लंदन: ब्रिटेन की राजनीति से जुड़ी महिलाओं ने स्त्रियों के प्रति द्वेष की भावनाओं के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की. सोमवार को जब एक अखबार ने खबर चलाई कि विपक्ष की उप नेता ने सदन में बहस के दौरान प्रधानमंत्री का ध्यान भटकाने के लिए बार-बार अपने पैरों को हिलाया. ‘द मेल’ ने रविवार को एक कंजर्वेटिव सांसद के हवाले से कहा कि हाउस ऑफ कॉमन्स में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के सामने बैठी लेबर पार्टी की उप नेता एंजेला रायनर ने उनका ध्यान भटकाने की कोशिश की.
लेख में इस कथित घटना को 1992 में आई फिल्म ‘‘बेसिक इंस्टिंक्ट’ के उस दृश्य से जोड़कर दर्शाया गया जिसमें पुलिस शेरोन स्टोन से पूछताछ करती है. रायनर ने ‘‘बोरिस जॉनसन के चीयर लीर्डस’’ पर हताशा में आकर बदनाम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा मुझ पर बेचारे प्रधानमंत्री का ध्यान भटकाने, उन्हें विचलित करने की चाल चलने का आरोप लगाया. राजनीति में महिलाओं को लैंगिक भेदभाव और स्त्रियों के प्रति द्वेष की भावना से हर रोज दो-चार होना पड़ता है. मैं भी अपवाद नहीं हूं. वहीं प्रधानमंत्री जॉनसन ने लेख की आलोचना की और ट्विटर पर लिखा कि हर राजनीतिक मुद्दे पर एंजेला रायनर से मैं भले कितना भी असहमत रहूं लेकिन एक सांसद के तौर पर मैं उनका सम्मान करता हूं और उनके प्रति द्वेष की भावना की निंदा करता हूं.
प्रौद्योगिकी मंत्री क्रिस फिलिप ने कहा कि लेख में गुमनाम सांसद की पहचान होने पर उन्हें अनुशासित किया जाएगा. पहली महिला सांसद के चुने जाने के एक सदी से भी अधिक समय बाद ब्रिटेन की संसद, हाउस ऑफ कॉमन्स में 650 विधायकों में से 34% महिलाएं हैं. लंबे समय से अपने मर्दाना माहौल के लिए जाना जाने वाला संसद अब एक अधिक विविध स्थान है. कुछ का कहना है कि परिवर्तन बहुत दूर नहीं गया है. कई महिला राजनेताओं ने लेख पर कहा वे जिस लिंगवाद का सामना करते हैं यह उसका एक चरम उदाहरण था. मुझे उम्मीद है कि रविवार को द मेल में इस भयानक लेख से कुछ अच्छा निकल सकता है. लोगों को पता चलेगा कि संसद कैसा है और लोगों की मानसिकता कैसी है.