कराची: पाकिस्तान के कराची की अदालत ने सेना विरोधी प्रसारण के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक टीवी समाचार निदेशक को रिहा करने का आदेश बृहस्पतिवार को दिया. टीवी समाचार निदेशक के सहयोगियों और वकील ने यह जानकारी दी. देश के लोकप्रिय निजी चैनल ‘एआरवाई टेलीविजन’ के एक वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी अम्माद यूसुफ की रिहाई से एक दिन पहले पुलिस ने उनके मकान पर छापा मारा था और उन्हें गिरफ्तार किया था.
यूसुफ पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान नीत विपक्षी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के चीफ ऑफ स्टाफ शहबाज गिल के साथ सेना विरोधी साक्षात्कार प्रसारित करने का आरोप लगाया गया था. क्रिकेट से राजनीति में आए खान को अप्रैल में संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाकर अपदस्थ कर दिया गया था. पाकिस्तान की मीडिया नियामक संस्था ने भी टीवी स्टेशन को बंद कर दिया.
‘एआरवाई’ के मुताबिक, रिहाई के बाद यूसुफ ने उन सभी का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाई थी. हालांकि, बृहस्पतिवार देर रात तक ‘एआरवाई’ का प्रसारण बंद था. सोमवार को प्रसारित विवादास्पद साक्षात्कार में गिल ने पाकिस्तानी सैनिकों और अधिकारियों से सेना के ‘अवैध आदेशों’ का पालन करने से इनकार करने का आग्रह किया था. इस टिप्पणी को प्रशासन ने विद्रोह के लिए उकसावे वाले बयान के रूप में देखा था.