संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने आतंकी हमलों में जान गंवाने वाले दुनिया भर के लोगों को श्रद्धांजलि दी और लोगों से आतंकवाद के पीड़ितों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया.
संयुक्त राष्ट्र के इस कार्यक्रम में 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले (umbai terror attack) के एक पीड़ित करमबीर सिंह कांग ने कहा कि आतंकवाद किसी देश की सीमा में बंधा नहीं है और संयुक्त राष्ट्र के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस संकट के खात्मे के लिए जोरदार प्रयास करने की आवश्यकता है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 अगस्त को ‘आतंकवाद के पीड़ितों की स्मृति और श्रद्धांजलि के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस’ घोषित किया है। इस दिन समूची दुनिया में आतंकवाद के कारण जान गंवाने वाले लोगों और इसके पीड़ितों को याद किया जाता है और उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है. यह दिन वैश्विक एकजुटता के महत्व को रेखांकित करता है, साथ ही यह रेखांकित करता है कि पीड़ितों की कहानियों और अनुभवों को नहीं भुलाया गया है.
इस साल के 'आतंकवाद के पीड़ितों की स्मृति और श्रद्धांजलि के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस' का विषय 'विरासत : आशा की तलाश और एक शांतिपूर्ण भविष्य का निर्माण' है.
मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे :26 नवंबर 2008 के मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे, जिसमें 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 60 घंटे से अधिक समय तक मुंबई के कई ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर लोगों को बंधक बनाकर रखा था और उनकी हत्याएं की थीं.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय दिवस आतंकवादी हमलों में मारे गए और इसके पीड़ितों के 'असाधारण' कार्य को श्रद्धांजलि देने के लिए है जिन्होंने बदलाव लाने के लिए अपने अनुभवों का उपयोग करने का संकल्प लिया है.
उन्होंने लोगों से आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों और इसके पीड़ितों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया और कहा कि 'आतंकवाद के कारण जिन लोगों की जान गई तथा जिनकी जिंदगियां बदल गईं उन्हें कभी नहीं भुलाया जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर आवाज बुलंद किया जाए.'
कांग ने सोमवार को आतंकवाद के पीड़ितों की याद में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित विशेष ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा, 'आतंकवाद किसी देश की सीमा में बंधा नहीं है. यह कहीं भी, किसी भी वक्त कहर ढा सकता है. संयुक्त राष्ट्र को इन मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है जो विश्व भर में हमें प्रभावित करते हैं.'
कांग ने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि सभी देश सहयोग करें और इस संकट को समाप्त करें. यह आसान नहीं है. यह कहना आसान है लेकिन करना आसान नहीं है. लेकिन अगर संकल्प हो तो कुछ भी किया जा सकता है.'
आतंकी हमले के दौरान मुंबई में ताज महल होटल के महा प्रबंधक थे :कांग 26/11 आतंकवादी हमले के दौरान मुंबई में ताज महल होटल के महा प्रबंधक थे. इस हमले में उन्होंने अपनी पत्नी और दो बेटों को खो दिया. आतंकवादी हमले के दौरान कई लोगों की जान बचाने के लिए उन्हें और उनकी टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहा गया था.