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Syria Drone Attack: अमेरिका ने नाटो सहयोगी के ड्रोन को किया नष्ट, 1 किमी. से कम की दूरी पर था अमेरिकी सैन्य अड्डा

By PTI

Published : Oct 6, 2023, 10:08 AM IST

Updated : Oct 6, 2023, 11:28 AM IST

Syria Drone Attack: तुर्की के एक सुरक्षा सूत्र ने गुरुवार को कहा कि देश की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी ने पिछले सप्ताह अंकारा में बम हमले के बाद सीरिया में कुर्द आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए.

Syria Drone Attack
AP द्वारा जारी की गई हमले की तस्वीर

वॉशिंगटन:सीरिया के होम्स प्रांत में गुरुवार को एक स्नातक समारोह के दौरान एक सैन्य कॉलेज पर ड्रोन से हमले की खबर सामने आई है. जिसमें कम से कम 80 लोग मारे गए और 240 से अधिक लोग घायल हैं. सीरियाई स्वास्थ्य मंत्री हसन अल-ग़बाश ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह हमला हाल के वर्षों में सीरियाई सेना पर सबसे घातक हमलों में से एक था. बता दें, देश में लगातार 13 सालों से संघर्ष चल रहा है.

AP द्वारा जारी की गई हमले की तस्वीर

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक मरने वालों में छह बच्चों सहित नागरिक और सैन्यकर्मी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि अभी यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है क्योंकि घायलों में से कई की हालत गंभीर है. इससे पहले सीरिया की सेना ने कहा कि विस्फोटकों से लदे ड्रोनों ने युवा अधिकारियों और उनके परिवारों से भरे समारोह को निशाना बनाया. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन अंतरराष्ट्रीय ताकतों द्वारा समर्थित विद्रोहियों पर हमले का आरोप लगाया गया है.

वहीं, अमेरिका ने गुरुवार को दावा किया कि सीरिया में तुर्की के एक सशस्त ड्रोन को मार गिराया गया है. यह पहली ऐसी घटना है जब अमेरिका ने अपने नाटो सहयोगी के एक विमान को मार गिराया. हालांकि तुर्की के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि जिस ड्रोन को अमेरिका ने मार गिराया है वह तुर्की का ड्रोन नहीं था.

AP द्वारा जारी की गई हमले तस्वीर

पेंटागन ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी सेना ने एक सशस्त्र तुर्की ड्रोन को मार गिराया, जो पूर्वोत्तर सीरिया में अमेरिकी सैनिकों के 500 मीटर के दायरे में आया था. तुर्की के एक सुरक्षा सूत्र ने गुरुवार को कहा कि तुर्की की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी ने पिछले सप्ताह अंकारा में बम हमले के बाद सीरिया में कुर्द आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए.

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वायु सेना ब्रिगेडियर और पेंटागन के प्रेस सचिव जनरल पैट्रिक राइडर ने इसे एक अफसोसजनक घटना बताया और कहा कि अमेरिकी सैनिकों को सुरक्षा के लिए बंकरों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि तुर्की ने पास के ठिकानों पर बमबारी की. राइडर ने कहा कि रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अपने तुर्की समकक्ष से बात की और अमेरिकी बलों या क्षेत्र में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों को हराने के लिए दोनों देशों के बीच घनिष्ठ समन्वय के महत्व पर जोर दिया. बता दें कि इस घटना से दोनों देशों के रिश्ते भी प्रभावित हो सकते हैं. वहीं अमेरिका को उम्मीद है कि स्वीडन को नाटो सदस्यता दिलाने के फैसला का तुर्की समर्थन करेगा.

Last Updated : Oct 6, 2023, 11:28 AM IST

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