ब्रासीलिया : ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों ने राजधानी ब्रासीलिया में एक बार फिर जमकर हंगामा किया. पिछले हफ्ते प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ते हुए कांग्रेस (संसद भवन), राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुस गए. बता दें कि ब्राजील में अक्टूबर में चुनाव हुए जिसमें बोलसोनारो को करारी हार मिली.
लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के नेतृत्व में वामपंथी पार्टी ने जीत हासिल की. लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति पद की शपथ ली. इसके बाद बोलसोनारो के समर्थकों ने चुनाव नतीजे मानने से इंकार कर दिया. इसके बाद से खींचतान जारी है.
हरे और पीले झंडे के कपड़े पहने प्रदर्शनकारियों ने सदन अध्यक्ष की कुर्सी पर चढ़ गए. प्रदर्शनकारी स्पीकर के डायस पर चढ़कर हंगामा करते दिखे. उत्पातियों को पुलिसकर्मियों के साथ भी भिड़ते हुए देखा गया. प्रदर्शनकारियों से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें दंगाइयों को कांग्रेस भवन में प्रवेश करते के साथ दरवाजे और खिड़कियां तोड़ते हुए दिखाया जा रहा.
हालांकि, पुलिस ने दंगाइयों को रोकने के लिए ब्रासीलिया के थ्री पॉवर्स स्क्वायर के चारों ओर एक सुरक्षा घेरा बनाया था जिससे उन्हें राष्ट्रीय कांग्रेस, प्लानाल्टो पैलेस और सुप्रीम कोर्ट में जाने से रोका जाए. लेकिन दंगाई नहीं माने और आगे बढ़ गए. वहीं, पुलिस ने दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
पीएम मोदी बोले-लोकतांत्रिक परंपराओं का सभी को सम्मान करना चाहिए:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों द्वारा राजधानी ब्रासीलिया में विभिन्न स्थानों पर हंगामा किए जाने की खबरों पर सोमवार को चिंता व्यक्त की और कहा कि सभी को लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए.
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'ब्रासीलिया में सरकारी संस्थानों के खिलाफ दंगे व तोड़फोड की खबरों से बहुत चिंतित हूं. सभी को लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए. हम ब्राजील के प्राधिकारियों को पूरा समर्थन देते हैं.' गौरतलब है कि रविवार को बोल्सोनारो के समर्थकों ने राजधानी में उच्चतम न्यायालय, राष्ट्रपति भवन और अन्य स्थान पर धावा बोल दिया.
राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा के कार्यभार संभालने के एक सप्ताह बाद बोल्सोनारो के समर्थकों ने यह हंगामा किया. बोल्सोनारो ने उनके खिलाफ आए चुनावी नतीजों को मानने से इनकार दिया था, तभी से उनके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं. खबरों के मुताबिक हजारों प्रदर्शनकारियों ने अवरोधक को पार कर सुरक्षा घेरा तोड़े, छतों पर चढ़ गए, खिड़कियां तोड़ दीं और तीन इमारतों पर धावा बोला. इनमें से कई चुनाव परिणाम स्वीकार करने से इनकार करते हुए सशस्त्र बलों से इसमें हस्तक्षेप करने और बोल्सोनारो को दोबारा राष्ट्रपति बनाए जाने की मांग कर रहे हैं.
अमेरिका ने निंदा की:अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'मैं ब्राजील में लोकतंत्र पर हमले और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की निंदा करता हूं. ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं को हमारा पूरा समर्थन है और उनकी इच्छा को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए. मैं ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा के साथ काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं.'
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अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने ब्राजील के राष्ट्रपति भवन, सदन और सुप्रीम कोर्ट पर हमले की निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि ब्राजील के लोगों और लोकतांत्रिक संस्थानों की इच्छा का सम्मान किया जाना चाहिए.