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दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रोन के स्वरूपों की वजह से कोविड के मामलों में वृद्धि - ओमीक्रोन स्वरूप दक्षिण अफ्रीका

प्रोफेसर मार्टा नून्स ने बताया कि हम मामलों में वृद्धि के लिहाज से अब भी शुरुआती दौर में हैं. इसलिए वास्तव में मैं इसे लहर नहीं कहना चाहती. उन्होंने कहा कि नया स्वरूप टीकाकरण करा चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है.

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ओमीक्रोन स्वरूप दक्षिण अफ्रीका

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Published : May 14, 2022, 8:17 PM IST

जोहानिसबर्ग:दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रोन के दो उप स्वरूपों की वजह से कोविड-19 के मामलों में नए सिरे से वृद्धि हो रही है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह जानकारी दी है. सोवेतो के क्रिस हानी बरगवनाथ अस्पताल में टीका और संक्रामक बीमारी विश्लेषण की अनुसंधानकर्ता प्रोफेसर मार्टा नून्स ने कहा कि गत तीन सप्ताह से देश में कोविड-19 के मामलों और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. उन्होंने कहा, लेकिन इस दौरान गंभीर मामलों और मौतों की संख्या में वृद्धि दर्ज नहीं की गई है.

नून्स ने कहा, 'हम मामलों में वृद्धि के लिहाज से अब भी शुरुआती दौर में हैं. इसलिए वास्तव में मैं इसे लहर नहीं कहना चाहती.' उन्होंने कहा, 'हम अस्पताल में भर्ती होने वाले संक्रमितों की संख्या में हल्की वृद्धि देख रहे हैं, वास्तव में मौतों की संख्या बहुत कम है.' उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका में अप्रैल में रोजाना औसतन 300 संक्रमण के नए मामले आ रहे थे जिनकी संख्या इस सप्ताह संख्या बढ़कर आठ हजार हो गई है.

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नून्स ने कहा कि नए संक्रमितों की वास्तविक संख्या संभवत: अधिक है क्योंकि संक्रमितों में हल्के लक्षण है और बीमार पड़ने पर ही लोग जांच करा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रोन के दो उप स्वरूपों बीए.4 और बीए.5 की पहचान की गई है जो बहुत हद तक मूल स्वरूप से मेल खाते हैं. इसकी पहचान सबसे पहले पिछले साल के उत्तरार्ध में दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में की गई थी.

नून्स ने कहा, 'अधिकतर नए मामले इन्हीं दो स्वरूपों से संक्रमण के आ रहे हैं. यह अब भी ओमीक्रोन है लेकिन जीनोम के स्तर पर थोड़ा अलग है.' उन्होंने कहा कि नया स्वरूप टीकाकरण करा चुके और पूर्व के कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता हासिल कर चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है, लेकिन आमतौर पर इससे हल्के लक्षण सामने आते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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