न्यू यॉर्क : न्यूजवीक ने मंगलवार को एक नए सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि 10 में से लगभग सात अर्थशास्त्रियों का मानना है कि भू-राजनीतिक तनाव और बढ़ती महंगाई के बीच अगले साल अमेरिका में मंदी आएगी. इन्वेस्टोपेडिया के अनुसार, एक मंदी पूरी अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण गिरावट है जो कम से कम कई महीनों तक चलती है. एक देश जिसने लगातार दो तिमाहियों में आर्थिक गिरावट दिखाई है, उसे आमतौर पर मंदी के दौर में माना जाता है. फाइनेंशियल टाइम्स और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि "यूक्रेन युद्ध और मुद्रास्फीति जैसी बढ़ती चुनौतियां अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मंदी की ओर ले जा सकती हैं."
भाग लेने वाले 47 अर्थशास्त्रियों में से दो प्रतिशत का मानना था कि 2022 या उससे पहले की अंतिम तिमाही में मंदी शुरू हो जाएगी. हालांकि, 38 फीसदी का मानना था कि यह 2023 की पहली छमाही में शुरू होगा और 30 फीसदी का मानना है कि यह अगले साल की दूसरी छमाही में शुरू होगा. सत्तावन प्रतिशत अर्थशास्त्रियों का मानना था कि भू-राजनीतिक तनाव और बढ़ती ऊर्जा लागत अगले वर्ष मुद्रास्फीति के मुख्य चालक होंगे, जबकि 14 प्रतिशत का मानना था कि आपूर्ति श्रृंखला में निरंतर व्यवधान मुद्रास्फीति का मुख्य चालक होगा.