अस्ताना (कजाकिस्तान) : रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि उन्हें यूक्रेन संघर्ष पर कोई खेद नहीं है. वह कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में हैं. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से कोई बातचीत नहीं करेंगे. पुतिन ने कहा कि इसकी कोई जरूरत ही नहीं है.
मीडिया से बात करते हुए रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि उनका लक्ष्य यूक्रेन को बर्बाद करने का कभी भी नहीं रहा है. पुतिन ने यह भी कहा कि शांति के प्रयासों को लेकर भारत और चीन ने जो प्रयास किए, हम उसका स्वागत करते हैं.
पुतिन ने यह भी कहा कि जी-20 की बैठक में शामिल होने को लेकर अभी तक उन्होंने कोई फैसला नहीं किया है. पुतिन ने यह भी कहा कि यूक्रेन संघर्ष में यदि नाटो की एंट्री होती है, तो वैश्विक तबाही मचेगी.
कजाकिस्तान में एक सम्मेलन में शामिल होने के बाद पुतिन ने संवाददाताओं से कहा कि 2,22,000 से 3,00,000 सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त नागरिकों की सेना में तैनाती संबंधी आदेश पर अमल शुरू किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि इनमें से 33,000 पहले ही सैन्य इकाइयों में शामिल हो चुके हैं जबकि 16,000 यूक्रेन में जारी सैन्य अभियान का हिस्सा बन चुके हैं.
पुतिन द्वारा सितंबर में जारी इस आदेश के तहत 65 वर्ष से कम आयु के लगभग सभी पुरुष सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त नागरिकों के रूप में पंजीकृत हैं. इस फैसले पर आम जनता में नकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. राष्ट्रपति के इस आदेश के बाद हजारों लोग रूस छोड़कर पड़ोसी देशों में पलायन करने लगे थे. पुतिन ने शुक्रवार को यह भी कहा कि रूस द्वारा सोमवार को यूक्रेन के खिलाफ किए गए व्यापक हमलों की फिलहाल कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि रूसी सेना पहले से चुने गए लक्ष्यों पर चुनिंदा हमले कर रही है.
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