मॉस्को : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने वाले अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) के अभियोजक और न्यायाधीश आपराधिक मामले का निशाना बन गए हैं. रूस की जांच समिति ने सोमवार को इसकी घोषणा की. रूस की न्यूज एजेंसी आरटी ने कहा एक टेलीग्राम पोस्ट में, समिति ने कहा कि उसने कउउ के अभियोजक करीम अहमद खान के साथ-साथ न्यायाधीशों टोमोको अकाने, रोसारियो सल्वाटोर ऐताला और सर्जियो गेराडरे उगलदे गोडिनेज के खिलाफ मामले खोले हैं (Russia opens criminal probe).
खान ने 22 फरवरी को आईसीसी प्री-ट्रायल चैंबर को एक याचिका भेजी थी जिसमें पुतिन और रूस की बाल अधिकार आयुक्त मारिया लावोवा-बेलोवा की गिरफ्तारी के लिए वारंट प्राप्त करने के लिए कहा गया था, जिस पर उन्होंने यूक्रेन से बच्चों के अवैध निर्वासन के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया था.
आरटी ने बताया- याचिका को उपरोक्त न्यायाधीशों द्वारा अनुमोदित किया गया था. रूस की जांच समिति ने आईसीसी के मुकदमों को स्पष्ट रूप से अवैध, क्योंकि आपराधिक दायित्व के लिए कोई आधार नहीं है के रूप में वर्णित किया है. इसने 1973 के यूएन प्रोटेक्शन ऑफ डिप्लोमैट्स कन्वेंशन की ओर भी इशारा किया, जो राज्यों के प्रमुखों को विदेशी देशों के अधिकार क्षेत्र से पूर्ण प्रतिरक्षा प्रदान करता है.