लंदन : ब्रिटेन (Britain) की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन (Queen Elizabeth II death) हो गया है. इससे पहले बकिंघम पैलेस ने जानकारी दी थी कि महारानी को चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया है. 96 साल की महारानी पिछले साल अक्टूबर से कई बार तबियत खराब होने के बाद उबर चुकी थीं, लेकिन इसके चलते उनके चलने और खड़े होने में दिक्कतें हो रही थी. हाल ही में महारानी एलिजाबेथ परिवार के साथ रहने के लिए स्कॉटलैंड गई थीं.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि महारानी को हमारे समय की एक दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने अपने राष्ट्र और लोगों को प्रेरित करने वाली लीडरशीप दी. उन्होंने सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का परिचय दिया. उनके निधन से आहत हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं.
बकिंघम पैलेस ने बताया था कि स्कॉटलैंड से लौटने के बाद महारानी ने अपनी प्रिवी काउंसिल की बैठक यह कहकर रद्द कर दी कि वह आराम करना चाहती हैं. इससे पहले उन्होंने स्कॉटलैंड के पहाड़ों पर बने राजमहल बालमोराल में प्रधानमंत्री का पद छोड़ने वाले बोरिस जॉनसन से मुलाकात की थी और नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस की नियुक्ति की थी. महारानी के निधन की सूचना पाकर उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स और पोते प्रिंस विलियम वहां आने के लिए निकल चुके हैं.
इससे पहले बकिंघम पैसेल ने एक विज्ञप्ति में कहा था, "आज सुबह महारानी के स्वास्थ्य की जांच के बाद डॉक्टर उनकी तबियत को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने सलाह दी है कि वो मेडिकल देखरेख में रहें." पैलेस ने कहा था कि क्वीन बालमोराल में वे आराम से हैं. राजमहल की ओर से महारानी के स्वास्थ्य को लेकर विज्ञप्ति आना बेहद विरल है. कुछ समय पहले ही ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस और उनकी टीम को संसद में यह जानकारी दी गई और उन्हें चैंबर से जाने की तैयारी करने को कहा गया.
लिज ट्रस ने ट्विट किया था, "पूरा देश महारानी के स्वास्थ्य को लेकर बकिंघम पैलेस की खबर से बहुत चिंतित है. इस समय महारानी के साथ मेरी और पूरे देश की शुभकामनाएं हैं." एलिजाबेथ सात दशकों से सिंहासन संभाल रही हैं. उन्होंने हाल के महीनों में अपने उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स और शाही परिवार के अन्य सदस्यों को कर्तव्यों को सौंप दिया है.