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चीन में कोविड नीति के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन, राष्ट्रपति शिनपिंग के खिलाफ लगे नारे

चीन में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए कड़े प्रतिबंधों के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन तेज हो गए हैं. इस बीच, देश में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और रविवार को करीब 40,000 नए मामले सामने आए. चीन में इस प्रकार के प्रदर्शन होना दुर्लभ बात है. चीनी सोशल मीडिया और ट्विटर पर उपलब्ध कई वीडियो में लोग शंघाई समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन करते और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) तथा देश के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए.

Protesters chant Step down CCP in Shanghai against Chinas zero Covid policy
चीन में कोविड नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, लगे सीसीपी हटाओ के नारे

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Published : Nov 27, 2022, 9:19 AM IST

Updated : Nov 27, 2022, 5:42 PM IST

शंघाई (चीन) : चीन की सख्त कोविड-19 नीति के खिलाफ शंघाई में विरोध प्रदर्शन जारी है. सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें लोगों को कोविड के प्रसार को रोकने के लिए चीनी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाया गया है. देश भर में कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील देने के आह्वान के साथ शंघाई में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. कड़ी कोविड नीति पर रोष व्यक्त करते हुए चीनी नागरिक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे.

पुलिस ने आधी रात में मिडल उरुमकी रोड पर एकत्र हुए करीब 300 प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया. झाओ नाम के एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि उसके एक मित्र को पुलिस ने पीटा और उसके दो मित्रों के खिलाफ मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया गया. प्रदर्शनकारी ने अपना उपनाम ही बताया. उसने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने शी चिनफिंग, इस्तीफा दो, कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता छोड़ो, शिनजियांग से प्रतिबंध हटाओ, चीन से प्रतिबंध हटाओ, हम पीसीआर (जांच) नहीं कराना चाहते, स्वतंत्रता चाहते हैं और प्रेस की स्वतंत्रता सहित कई नारे लगाए.

उरुमकी में एक अपार्टमेंट में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए जिसके बाद शनिवार को देश भर में COVID-19 प्रतिबंधों में ढील देने के आह्वान के साथ शंघाई में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. आज भी विरोध जारी है. कड़ी कोविड नीति पर रोष व्यक्त करते हुए चीनी नागरिक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे.

डीडब्ल्यू न्यूज ईस्ट एशिया के संवाददाता विलियम यांग द्वारा ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के अनुसार, 'उरुमकी रोड' पर लोगों ने शी जिनपिंग की अगुवाई वाली चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें 'कम्युनिस्ट पार्टी को हटाओ' और 'कम्युनिस्ट पार्टी, पद छोड़ो... शी जिनपिंग, पद छोड़ो..के नारे लगाए.

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शंघाई में विरोध प्रदर्शनों के संबंध में ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, विलियम यांग ने कहा कि अनगिनत लोग उरुमकी रोड पर एकत्र हुए और नारे लगाए. लोग कह रहे थे कि मुझे पीसीआर टेस्ट नहीं चाहिए, मुझे आजादी चाहिए. एक अन्य ट्वीट में विलियम यांग ने कहा कि 'उरुमकी रोड' में लोगों ने शिनजियांग में भी लॉकडाउन खत्म करने का आह्वान किया. यांग ने ट्विटर पर कि शंघाई में एक विरोध प्रदर्शन स्थल पर लोगों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई. एक ट्वीट में, विलियम यांग ने कहा कि पुलिस ने शंघाई में घटनास्थल पर अंतिम कुछ दर्जनों प्रदर्शनकारियों को घेर लिया और कुछ महिलाओं को कथित तौर पर ले जाया गया.

विलियम यांग ने ट्विटर पर लिखा कि चीन के शंघाई से अविश्वसनीय फुटेज, जहां अनगिनत लोग 'उरुमकी रोड' नामक एक सड़क पर इकट्ठा हुए, स्टेप डाउन, द कम्युनिस्ट पार्टी का नारा लगा रहे हैं. विशेष रूप से, चीन सरकार चीन में महामारी के उभरने के बाद से वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त COVID-19 नीति का पालन कर रही है. चीनी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों में सख्त लॉकडाउन, यात्रा प्रतिबंध और सामूहिक परीक्षण शामिल हैं.

इस बीच, द नेशनल में वरिष्ठ अमेरिकी संवाददाता जॉयस करम ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें लोग वुलुमुकी रोड में COVID-19 प्रतिबंधों का विरोध करते हुए दिखाई दे रहे हैं. करम ने ट्वीट किया कि चीन के सबसे बड़े शहर में कोविड प्रतिबंधों और सरकारी नियमों को लेकर दुर्लभ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. इस वीडियो में आज रात वुलुमुकी रोड से भीड़ नारे लगा रही है...हम आजादी चाहते हैं.

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एक्सियल वाइब स्टूडियो के सह-संस्थापक विवियन वू ने ट्विटर पर विरोध वीडियो साझा करते हुए लिखा कि शंघाई में आज रात विरोध का पैमाना. नोटिस पुलिस ने कुछ भी नहीं किया, लेकिन शांति से लोगों के विरोध और चिल्लाते हुए खड़े रहे. यह परोपकार नहीं है. मेरा अनुमान है कि उन्हें शीर्ष अधिकारियों से निर्देश मांगने की जरूरत है. पुलिस दंग रह सकती है क्योंकि दशकों से कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करता है.

इससे पहले शुक्रवार को, उरुमकी में एक आवासीय गगनचुंबी इमारत में आग लग गई, जहां कई निवासियों को लॉकडाउन के तहत रखा गया है, जिससे जनता का गुस्सा भड़क उठा और चीन की शून्य-कोविड नीति के बारे में सवाल उठने लगे. चांग चे, चीनी प्रौद्योगिकी और समाज को कवर करने वाले एक स्वतंत्र लेखक और मुख्य भूमि चीन और ताइवान में समाचारों को कवर करने वाले एमी चांग चिएन ने द न्यूयॉर्क पोस्ट (एनवाईटी) में लिखा है कि आग लगने के बाद इस क्षेत्र में 10 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद निवासियों ने लॉकडाउन उठाने के लिए आवाज उठाई.

सोशल मीडिया पर चीनी टिप्पणीकारों ने झिंजियांग की राजधानी उरुमकी में आग लगने की रिपोर्ट और फुटेज साझा की, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और नौ घायल हो गए, यह जानने की मांग की कि क्या कोविड प्रतिबंधों ने बचाव में बाधा डाली है या निवासियों को अपने अपार्टमेंट या इमारत से भागने से रोका है. शुक्रवार देर रात, चीनी इंटरनेट पर वीडियो व्यापक रूप से प्रसारित हुए, जिसमें उरुमकी के निवासियों को एक सरकारी भवन की ओर मार्च करते हुए और 'लॉकडाउन समाप्त करें' के नारे लगाते हुए दिखाया गया.

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(एएनआई)

Last Updated : Nov 27, 2022, 5:42 PM IST

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