वाशिंगटन: अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा है कि सत्ता में आने पर वह अमेरिका से नफरत करने वाले देशों को मिलने वाली विदेशी सहायता में एक फीसदी की कटौती करेंगी. अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी ग्रैंड ओल्ड पार्टी (GOP) के नाम से भी जानी जाती है.
निक्की हेली ने कहा कि वह चीन, पाकिस्तान समेत अमेरिका से नफरत करने वाले अन्य देशों के लिए विदेशी सहायता में एक फीसदी की कटौती करेंगी. उन्होंने कहा कि बुरे लोगों के लिए अमेरिका भुगतान नहीं करेगा. अमेरिका अपने देश के लोगों की गाढ़ी कमाई को कतई बर्बाद नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि ऐसे नेता जो हमारे भरोसे के लायक हैं, वे हमारे दुश्मनों का सामना करते हैं. हेली ने आगे कहा कि जो हमारे दोस्तों के साथ खड़े होते हैं, अमेरिका उनके साथ हमेशा खड़ा रहेगा.
दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने न्यूयॉर्क पोस्ट में ऐसा लिखा. हेली के अनुसार, अमेरिका ने पिछले साल विदेशी सहायता के रूप में 46 बिलियन अमरीकी डॉलर खर्च किए.
हर अमेरिकी करदाताओं को यह जानने का अधिकार है कि वह पैसा कहां जा रहा है और क्या कर रहा है. वे यह जानकर चौंक जाएंगे कि इसका अधिकांश हिस्सा अमेरिकी विरोधी देशों को सहायता के रूप में देने में चला जाता है. निक्की हेली ने औपचारिक रूप से 15 फरवरी को व्हाइट हाउस के लिए अपना 2024 का अभियान शुरू किया. निक्की हेली ने नेताओं की एक नई पीढ़ी के हिस्से के रूप में खुद को मतदाताओं के सामने पेश किया.
निक्की हेली पहली भारतीय अमेरिकी महिला के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की दौड़ में शामिल हो गईं हैं. उन्होंने खुद को रिपब्लिकन पार्टी के लिए एक नया भविष्य गढ़ने वाली भारतीय प्रवासियों की बेटी के रूप में पेश किया. हेली ने उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका ने पिछले कुछ वर्षों में ईरान को 2 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक सहायता के रूप में दिया है. भले ही वहां की सरकार हत्यारों का समर्थन करती है. अमेरिकी सैनिकों पर हमला करती है.
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बाइडेन प्रशासन ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता फिर से शुरू कर दी है, जबकि यह कम से कम एक दर्जन आतंकवादी संगठनों का पनाहगाह है. वहीं, पाकिस्तान की सरकारी की चीन के साथ गहरी मित्रता है. अमेरिका ने जिम्बाब्वे को करोड़ों डॉलर दिए हैं, जबकि यह एक ऐसा देश है जो संयुक्त राष्ट्र में सबसे अधिक अमेरिकी-विरोधी मतदान में शामिल होता है. अमेरिकी करदाता चीन के स्पष्ट खतरे के बावजूद हास्यास्पद पर्यावरण कार्यक्रमों के लिए अभी भी कम्युनिस्ट चीन को पैसा देता हैं.