नई दिल्ली:भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. पाकिस्तान की स्थिति श्रीलंका जैसी हो रही है. वह लगभम दिवालिया होने की कगार पर है. आर्थिक तंगी और आतंकवाद से जूझ रहे पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल भी मची हुई है. इमरान खान और शहबाज शरीफ एक दूसरे पर फौजपरस्ती का आरोप लगा रहे हैं. दूसरी ओर हाल में आई बाढ़ ने प्रभावित इलाकों को लगभग दो दशक पीछे धकेल दिया है. इन चुनौतियों के पार फिलहाल पाकिस्तान में कोई उम्मीद की किरण नजर आती है तो बस विदेशों से मिलने वाली सहायता...
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति
पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली अब किसी से छिपी नहीं है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का विदेश मुद्रा भंडार जनवरी 2022 में 16.6 अरब डॉलर था. अब यह 5.576 अरब डॉलर रह गया है. विश्लेषकों के अनुसार, वर्तमान विदेशी मुद्रा भंडार के साथ पाकिस्तान केवल तीन सप्ताह तक ही आयात कर पाएगा. इसके अलावा पाकिस्तानी मुद्रा भी डॉलर के मुकाबले काफी कमजोर हो गई है. एक डॉलर की कीमत 227.8 पाकिस्तानी रुपये के बराबर हो गई है. बीते तीन महीनों में पाकिस्तानी रुपये की कीमत में डॉलर के मुकाबले 10 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है. खाद्य मुद्रास्फीति साल-दर-साल 35.5 प्रतिशत बढ़ी है. जबकि पाकिस्तान में दिसंबर में परिवहन की कीमतें 41.2 फीसदी बढ़ गई.
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स द्वारा जारी नई रैंकिंग के मुताबिक पाकिस्तान दुनिया का चौथा सबसे खराब पासपोर्ट है. 2022 में आई रैंकिंग में पाकिस्तान की स्थिति में किसी भी तरह का बदलाव नहीं हुआ है. पिछले साल भी यह दुनिया का चौथा सबसे खराब पासपोर्ट था. इस साल पाकिस्तान की रैंकिंग 106 है. नई रैंकिंग में पाकिस्तान से नीचे सीरिया, इराक और अफगानिस्तान हैं. पाकिस्तानी पासपोर्ट रखने वाले 32 देशों में वीजा फ्री या वीजा ऑन अराइवल के जरिए यात्रा कर सकते हैं.
मंडरा रहा भुखमरी का खतरा
World Economic Forum ने एक रिपोर्ट जारी की है. जिसके अनुसार पाकिस्तान भुखमरी के एक बड़े खतरे का सामना कर रहा है. रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि प्राकृतिक आपदाओं और बाधित आपूर्ति से यह खतरा और बढ़ सकता है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान कि मौसम संबंधी प्राकृतिक आपदा और बाधित आपूर्ति का संयोजन लाखों लोगों के लिए भुखमरी के मौजूदा संकट को एक विनाशकारी परिदृश्य में ले जा सकता है. रुपए की गिरती कीमत और बढ़ती महंगाई भुखमरी के खतरे को औरगहरा कर रही है.