रबात: मोरक्को में शुक्रवार रात तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.8 मापी गई. इस शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या 800 से बढ़कर 1000 के पार हो गई है और एटलस पर्वत के गांवों से लेकर ऐतिहासिक शहर माराकेच तक की इमारतों को नुकसान पहुंचा है. सरकार की ओर से राहत बचाव अभियान जारी है. भूकंप के बाद शहर में दहशत फैल गई लोगों में चीख पुकार मच गई. क्षणभर में सड़कों पर लोगों की भीड़ देखी गई. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि बचावकर्मियों को सबसे अधिक प्रभावित दूरदराज के इलाकों तक पहुंचने में संघर्ष करना पड़ रहा है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य टेलीविजन ने आंतरिक मंत्रालय के हवाले से कहा, "मोरक्को में आए शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,037 हो गई है. शुक्रवार देर रात मोरक्को के हाई एटलस पहाड़ों में 7.2 तीव्रता के भूकंप में 1,200 से अधिक लोग घायल हो गए." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में भूकंप के कारण हुई लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ है. घायल जल्द से जल्द ठीक हों. भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.'
जानकारी के अनुसार मोरक्को में रात 11:11 बजे तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. बताया जाता है कि भूकंप के चलते प्रमुख शहरों की कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. बताया जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है. कहा जा रहा है कि कई लोग अभी भी मलबे में फंसे हैं. भूकंप के बाद घबराए हुए लोग रबात से माराकेच तक सड़कों और गलियों में जमा हो गए. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप की प्रारंभिक तीव्रता 6.8 थी.