इस्लामाबाद: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम नवाज शरीफ ने सवाल किया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान को संविधान को निरस्त करने में उनकी भागीदारी के बावजूद सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दंडित क्यों नहीं किया गया? उन्होंने रविवार को लाहौर में पार्टी की वकीलों की शाखा से बात करते हुए यह टिप्पणी की.
मरियम नवाज ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने विरोध प्रदर्शनों के दौरान बार-बार अदालतों पर हमला करने के बावजूद किसी महत्वपूर्ण कानूनी परिणाम का सामना नहीं किया है. वहीं, दूसरी ओर नवाज शरीफ को 'पनामा लीक' जैसे फर्जी मामलों में दोषी ठहराया गया. उन्होंने कहा कि इमरान खान को पसंदीदा माना जा रहा था जबकि अन्य के साथ अनुचित व्यवहार किया गया था.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मरियम नवाज के हवाले से कहा, इमरान खान को अभी भी 'लाडला' (पसंदीदा) की तरह माना जा रहा है, लेकिन अन्य लोगों के साथ गलत व्यवहार किया गया. पीएमएल-एन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने कहा कि इमरान खान की राजनीति उनके सुविधाकर्ताओं के इर्द-गिर्द घूमती है. उन्होंने आगे कहा, 'एक आदमी पाकिस्तान के कानून को रौंदता है लेकिन उसे पांच मिनट में जमानत मिल जाती है. उन्होंने अब 'न्यायिक प्रतिष्ठान' की खोज कर ली है.' रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान को निरस्त करने के बावजूद इमरान खान को बिना किसी सजा के घर जाने दिया गया. मरियम नवाज ने कहा, 'संविधान तोड़ने का प्रमाण पत्र रखने वाले व्यक्ति को दंडित क्यों नहीं किया गया? उनपर अनुच्छेद 6 के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए था.'