इस्लामाबाद: इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत ने गुरुवार को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में उसके सामने पेश होने का आदेश दिया. पीठासीन न्यायाधीश मोहम्मद बशीर ने अब उन्हें पार्क लेन मामले के लिए तलब किया है. बुधवार को थट्टा जल आपूर्ति भ्रष्टाचार मामले में जरदारी और अन्य आरोपियों को तलब किया था.
थट्टा जल आपूर्ति भ्रष्टाचार मामला तत्कालीन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीडीएम गठबंधन सरकार द्वारा राष्ट्रीय जवाबदेही अध्यादेश (एनएओ) में किए गए संशोधनों के कारण यहां स्थानांतरित किए गए. इन संशोधनों को सुप्रीम कोर्ट ने 15 सितंबर को खारिज कर दिया था. जरदारी का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील अरशद तबरेज ने समन का विरोध किया और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के स्थगन आदेश का हवाला दिया जो भ्रष्टाचार के मामलों में अंतिम फैसले को रोकता है.
हालाँकि, न्यायाधीश मोहम्मद बशीर ने समन जारी किया और जोर देकर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निरोधक आदेश केवल अंतिम फैसले को स्थगित करता है, कार्यवाही को नहीं. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार जवाबदेही अदालत ने जरदारी को इकबाल खान नूरी, मोहम्मद इकबाल, ख्वाजा अनवर मजीद, अब्दुल गनी मजीद, एम फारूक अब्दुल्ला, यूनिस कदवई, हुसैन लावई और अन्य के साथ पेश होने के लिए 20 दिसंबर की तारीख तय की है.