सियोल: उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा कि उसने पिछले दिन प्योंगयांग की 'शक्तिशाली हथियार प्रणालियों को विकसित करने की नियमित गतिविधियों' के हिस्से के रूप में एक हाइपरसोनिक हथियार ले जाने वाली ठोस ईंधन मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (आईआरबीएम) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. राज्य मीडिया ने यह जानकारी दी. उत्तर काेरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हाइपरसोनिक नियंत्रित वारहेड से भरी मिसाइल को रविवार दोपहर वारहेड की ग्लाइडिंग और पैंतरेबाज़ी क्षमताओं और नव विकसित मल्टी-स्टेज हाई-थ्रस्ट सॉलिड-फ्यूल इंजन की विश्वसनीयता को सत्यापित करने के लिए लॉन्च किया गया.
हालांकि, इसने मिसाइल की उड़ान दूरी या समय और अन्य विवरणों का खुलासा नहीं किया. योनहाप समाचार एजेंसी ने केसीएनए के हवाले से बताया कि उत्तर कोरिया ने यह भी कहा कि परीक्षण से 'किसी भी पड़ोसी देश की सुरक्षा प्रभावित नहीं हुई और इसका क्षेत्रीय स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है.' दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा कि उसने रविवार को दोपहर करीब 2.55 बजे प्योंगयांग या उसके आसपास के क्षेत्र से प्रक्षेपण का पता लगाया और मिसाइल ने समुद्र में गिरने से पहले लगभग 1,000 किमी की दूरी तय की.
18 दिसंबर, 2023 को ठोस-ईंधन ह्वासोंग-18 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल की फायरिंग के बाद से यह उत्तर कोरिया का पहला मिसाइल प्रक्षेपण है. ठोस-ईंधन मिसाइलों को लॉन्च से पहले पता लगाना तरल-ईंधन मिसाइलों की तुलना में कठिन माना जाता है, जिनके लिए अधिक तैयारी की आवश्यकता होती है. सियोल के सैन्य अधिकारियों का मानना है कि प्योंगयांग का विकासाधीन ठोस ईंधन आईआरबीएम जापान और गुआम में एस सैन्य अड्डों को निशाना बनाने में सक्षम है.