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भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में 'नया अध्याय' जुड़ा: पीएम मोदी - हिंद प्रशांत में शांति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में नया अध्याय जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना दोनों देशों की संयुक्त प्राथमिकता है.

PM Modi
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Published : Jun 23, 2023, 7:28 AM IST

वाशिंगटन डीसी:व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ व्यापक द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (स्थानीय समय) को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में नया अध्याय जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना दोनों देशों की संयुक्त प्राथमिकता है. राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के इतिहास में आज की तारीख का बहुत महत्व है. आज की चर्चा और महत्वपूर्ण निर्णयों से हमारी व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में एक नया अध्याय जुड़ गया है, एक नई तालमेल और दिशा जुड़ गई है. पीएम मोदी ने कहा कि आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया है कि हम कारोबार से जुड़े सभी लंबित मामलों को सुलझाएंगे और एक नई शुरुआत करेंगे.

दोनों नेताओं ने क्वाड साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की. क्वाड में जापान, भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल हैं. साल 2017 में चारों देशों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार का मुकाबला करने के लिए चतुर्भुज गठबंधन या 'क्वाड' की स्थापना के लंबे समय से लंबित प्रस्ताव को आकार दिया. दुनिया भर में व्याप्त अनिश्चितताओं के बीच सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता को स्वीकार करते हुए पीएम मोदी ने कहा किजोर देकर कहा कि हिंद प्रशांत में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत और अमेरिका की संयुक्त प्राथमिकता है और दोनों देशों को अनिश्चितताओं के बीच एक लचीली आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने की आवश्यकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपनी क्वाड साझेदारी को बढ़ाने पर चर्चा की. भारत और अमेरिका आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं. हमारा मानना है कि सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है. हमने यह भी तय किया है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच, भारत और अमेरिका विश्वसनीय, लचीली वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और मूल्य श्रृंखला विकसित करेंगे. पीएम मोदी ने कहा, हमारे करीबी रक्षा संबंध हमारे आपसी विश्वास और साझा पहल का प्रतिनिधित्व करते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अफ्रीका' को G20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को धन्यवाद दिया. उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका अहमदाबाद और बेंगलुरु में अपना वाणिज्य दूतावास खोलेगा और इसी तरह, भारत सिएटल में अपना वाणिज्य दूतावास खोलेगा.

पीएम मोदी ने कहा कि व्हाइट हाउस में भारी भीड़ दिखाती है कि भारतीय अमेरिकी हमारे रिश्ते की असली ताकत हैं. हम बेंगलुरु और अहमदाबाद में वाणिज्य दूतावास खोलने के अमेरिकी फैसले का स्वागत करते हैं. इसी तरह, हम सिएटल में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलेंगे. पीएम मोदी ने आगे कहा कि दोनों देशों का लक्ष्य iCET (क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज इनिशिएटिव) के जरिए एक मजबूत और भविष्य की साझेदारी विकसित करना है.

आईसीईटी, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए पहल एक महत्वपूर्ण तकनीकी ढांचे के रूप में उभरी है. हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर, अंतरिक्ष, क्वांटम और टेलीकॉम जैसे क्षेत्रों में अपना समर्थन बढ़ाकर एक मजबूत और भविष्यवादी साझेदारी विकसित कर रहे हैं. माइक्रोन, गूगल और एप्लाइड मटेरियल्स जैसी अमेरिकी कंपनियों द्वारा भारत में निवेश करने का निर्णय उस रिश्ते का प्रमाण है. मुझे कई अन्य सीईओ से भी चर्चा करने का अवसर मिला. उस बातचीत के दौरान भी मुझे भारत के प्रति उत्साह और सकारात्मक सोच महसूस हुई.

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों नेताओं ने ग्रीन हाइड्रोन, पवन ऊर्जा, बैटरी स्टोरेज और कार्बन कैप्चर सहित स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में भी कई नई पहल कीं. हम क्रेता-विक्रेता के रिश्ते से आगे निकल गए हैं और सह-साझेदारी, सह-उत्पादन और सह-विकास में प्रवेश कर गए हैं. प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते के माध्यम से भारत में इंजन बनाने का जनरल इलेक्ट्रिक का निर्णय एक ऐतिहासिक समझौता है. इससे दोनों देशों में रोजगार के अवसर खुलेंगे और हमारी रक्षा साझेदारी को एक नया आकार भी मिलेगा. लोगों से लोगों के संबंधों पर जोर देते हुए, पीएम मोदी ने घोषणा की कि भारत सिएटल में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलेगा और आर्टेमिस समझौते में भी शामिल होगा.

आज, हमने आर्टेमिस समझौते में शामिल होने के लिए सहमत होने का भी फैसला किया है. हमने अपने अंतरिक्ष सहयोग में एक लंबी छलांग लगाई है. लोगों से लोगों के संबंध भारत और अमेरिका की साझेदारी का सबसे मजबूत स्तंभ हैं. 40 लाख से अधिक लोग अमेरिका के विकास में भूमिका निभा रहे हैं.
(एजेंसी)

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