इजिअम (यूक्रेन): यूक्रेन के प्राधिकारियों को पहले रूसी सेना के कब्जे में रहे उत्तर-पूर्वी शहर इजिअम के पास एक सामूहिक कब्र मिली है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने बृहस्पतिवार रात टेलीविजन पर दिए संबोधन में कहा कि ‘खारकीव क्षेत्र के इजिअम में एक सामूहिक कब्र (Mass grave found near Iziam city) मिली है. आवश्यक प्रक्रियाएं पहले ही शुरू हो गई हैं. स्पष्ट रूप से पुष्टि की सूचना कल मिल जानी चाहिए.’ पत्रकारों ने गुरूवार को इजिअम के बाहर जंगल में यह सामूहिक कब्र देखी. सामूहिक कब्र (mass graves) पर लिखा हुआ है कि इसमें यूक्रेन के 17 सैनिकों के शव दफन हैं.
सामूहिक कब्र के आसपास सैकड़ों लोगों की कब्र हैं और उनकी पहचान के बारे में कुछ नहीं लिखा गया है. जेलेंस्की (Zelensky) ने यूक्रेन के कुछ अन्य शहरों के नामों का भी जिक्र किया, जिनके बारे में प्राधिकारियों का कहना है कि वहां से पीछे हटी रूसी सेना (Russian Army) सामूहिक कब्रें छोड़कर जा रही है और वहां कथित युद्ध अपराधों के सबूत मिले हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि ‘बुचा, मारियुपोल और अब दुर्भाग्यपूर्ण रूप से इजिअम, रूसी सेना हर जगह मौत के निशान छोड़कर जा रही है.'
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उन्होंने कहा कि 'रूसी सेना को इसके लिए जवाबदेह ठहराना होगा. दुनिया को इस युद्ध की असल जिम्मेदारी रूस (Russia and Ukraine War) पर डालनी होगी.’ रूसी सेना यूक्रेन की आक्रामक प्रतिक्रिया के बीच पिछले सप्ताह इजिअम सहित खारकीव क्षेत्र के कई हिस्सों से पीछे हट गई थी. जेलेंस्की ने बुधवार को इजिअम शहर का दौरा किया था. पूर्वी खारकीव क्षेत्र में यूक्रेनी पुलिस के एक वरिष्ठ जांचकर्ता सर्गेइ बोल्विनोव (Ukrainian police) ने ब्रिटिश चैनल ‘स्काई न्यूज’ को बताया कि इजिअम के पास एक गड्ढे में 440 से अधिक शव मिले हैं.
उन्होंने इसे मुक्त कराए गए किसी भी शहर में मिली सबसे बड़ी सामूहिक कब्र में से एक बताया है. बोल्विनोव ने कहा कि ‘हम जानते हैं कि इस गड्ढे में दफन कुछ लोगों को गोली मारी गई, कुछ तोपों का निशाना बने और कुछ की मौत हवाई हमलों में हुई. साथ ही हमें यह भी पता चला है कि इनमें से कई शवों की अभी तक शिनाख्त नहीं की गई है.’ यूक्रेन के उप गृहमंत्री येव्हेन एनिन ने बृहस्पतिवार रात कहा कि रूसी सैनिकों द्वारा उनके कब्जे वाले कई शहरों में ‘प्रताड़ना चैंबर’ बनाने के सबूत मिले हैं.
इन चैंबर्स में यूक्रेन के नागरिकों और विदेशियों को पूरी तरह से अमानवीय स्थितियों में रखा गया. एनिन ने दावा किया कि इन ठिकानों में से एक में किसी एशियाई देश के छात्र भी बंधक बनाकर रखे गए थे. अभी यह नहीं पता चला है कि ये किस एशियाई देश के हैं. उन्हें यूक्रेन से भागने की कोशिश में रूसी जांच चौकियों पर पकड़ा गया था. एनिन ने यह नहीं बताया कि छात्रों को कहां रखा गया था. हालांकि, उन्होंने बलाकलिया और वोलचांस्क जैसे छोटे शहरों का नाम लिया, जहां कथित प्रताड़ना चैंबर पाए गए हैं.