न्यूयॉर्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत की अध्यक्षता में जी20 की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि जब भारत सभी को एक साथ लाने में सक्षम हुआ तो कई लोग आश्चर्यचकित थे. विशेष रूप से जी20 शिखर सम्मेलन के समापन पर अपनाई गई नई दिल्ली घोषणा में सभी 83 पैराग्राफों पर सभी सदस्य देशों की 100 फीसद सहमति थी.
यह भारत के राष्ट्रपति पद की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक थी क्योंकि इसने सभी पश्चिमी देशों, चीन, रूस से लेकर अन्य विकासशील देशों को हर मुद्दे पर एक साथ लाया, जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध जैसा ध्रुवीकरण भी शामिल थे. न्यूयॉर्क में थिंक टैंक कार्यक्रम 'साउथ राइजिंग-पार्टनरशिप, इंस्टीट्यूशन एंड आइडियाज' में जयशंकर ने कहा, 'जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता को लेकर बहुत से लोग अभी भी आश्चर्यचकित हैं कि हमने वास्तव में सभी को एक साथ ला दिया. मुझे नहीं लगता कि उन्हें इसकी उम्मीद थी. ऐसे लोगों का एक समूह होगा जो अभी भी सोच रहे होंगे कि यह कैसे हुआ. उन्होंने आगे कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी20 को 'वैश्विक वृद्धि और विकास' पर ध्यान केंद्रित करना था, जिस प्राथमिक उद्देश्य के लिए इस समूह का गठन किया गया था.