टोक्यो :जापान के योकोहामा बंदरगाह पर पिछले पांच दिनों से रोके गए क्रूज जलपोत में सौ से ज्यादा लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की अब तक पुष्टि हुई है. इस क्रूज पोत पर सवार डेढ़ सौ से ज्यादा भारतीयों में हालांकि अब तक कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है, इसके बावजूद भारतीय यात्री व चालक दल के भारतीय सदस्य बहुत चिंतित हैं और क्रूज पोत में सुपरवाइजर के तौर पर कार्यरत मदुरैवासी अंबाझगन ने ईटीवी भारत के रिपोर्टर से वाट्सएप वीडियो कॉल के जरिये भारत सरकार से तत्काल मदद की गुहार लगाई है. इसी क्रम में मदुरैवासी अंबाझगन ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह क्रूज पोत डायमंड प्रिंसेज पर सवार 160 से ज्यादा भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए तत्काल कोई प्रबंध करे.
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गौरतलब है कि चीन से जापान के लिए चला क्रूज पोत कोरोना वायरस के भय से योकोहामा हार्बर पर पिछले पांच दिनों से रोक कर रखा गया है. क्रूज पोत में सुपरवाइजर के तौर पर कार्यरत अंबाझगन ने ईटीवी भारत के रिपोर्टर से वाट्सएप वीडियो कॉल के जरिये खास बातचीत में अपनी चिंता जाहिर की. अंबाझगन ने कहा, 'शुरुआत में मै कोरोना वायरस को सामान्य ही ले रहा था, लेकिन जो सूचनाएं मिल रही हैं, वे चौंकाने और डराने वाली भी हैं. स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है. शुरुआत में जहाज पर केवल 10 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित थे. लेकिन कुछ दिनों में ही 60 लोग प्रभावित हो गए और अब यह संख्या बढ़कर 120 के करीब हो चुकी है. राहत की बात यह है कि वायरस से प्रभावितों में अब तक एक भी भारतीय नहीं है. लेकिन अगर भारत सरकार जल्द ही हम सब फंसे लोगों को यहां से बाहर निकालने की व्यवस्था नहीं करती तो हम भी वायरस से प्रभावित हो सकते है.'