न्यूयॉर्क: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. न्यायाधीश आर्थर एंगोरोन ने मंगलवार को न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स की ओर से दायर मुकदमे में फैसला सुनाया. एंगोरोन ने अपने फैसले में कहा कि सबूतों से स्पष्ट है कि डोनाल्ड ट्रंप ने रियल एस्टेट साम्राज्य का निर्माण करते समय वर्षों तक धोखाधड़ी की. इस धोखाधड़ी के कारण उन्होंने झूठी प्रसिद्धि जुटाई और अमेरिका के राष्ट्रपति बन गये.
रद्द हो जायेंगे ट्रंप के कुछ व्यवसाय लाइसेंस :न्यायाधिश ने कहा कि सुनावाई के दौरान उन्होंने पाया कि पूर्व राष्ट्रपति और उनकी कंपनी ने बैंकों, बीमाकर्ताओं और अन्य लोगों को उनकी संपत्तियों का अत्यधिक मूल्यांकन करके बताया. उन्होंने अपने निवेशकों को धोखे में रखा और बैंकों से ऋण जुटाये. एंगोरोन ने आदेश दिया कि सजा के तौर पर ट्रंप के कुछ व्यवसाय लाइसेंस रद्द कर दिए जाएं.
ट्रंप के लिए न्यूयॉर्क में व्यापार करना मुश्किल या असंभव हो जाएगा :न्यायाधीश आर्थर एंगोरोन के इस फैसले के बाद ट्रंप के लिए न्यूयॉर्क में व्यापार करना मुश्किल या असंभव हो जाएगा. न्यायाधीश ने कहा कि वह ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के संचालन की देखरेख के लिए एक स्वतंत्र मॉनिटर रखना जारी रखेंगे. ट्रंप के वकील, क्रिस्टोफर किसे ने कहा कि वे फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. उन्होंने इस फैसले को न्याय का गर्भपात बताया. उन्होंने कहा कि यह फैसला तथ्यों और शासकीय कानून से पूरी तरह से अलग है.
ट्रंप के वकील ने कहा- साजिश के तहत सुनाया गया फैसला :उन्होंने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे सफल कॉर्पोरेट साम्राज्यों में से एक का राष्ट्रीयकरण करना और निजी संपत्ति पर नियंत्रण हासिल करना है. ट्रंप के वकील ने कहा कि किसी भी डिफॉल्ट, नियमों के उल्लंघन, देर से भुगतान या नुकसान की किसी भी शिकायत का कोई सबूत नहीं है. ट्रंप लंबे समय से कारोबार कर रहे हैं उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया. उनके बेटे एरिक ने कहा कि एंगोरोन का फैसला मेरे पिता को नष्ट करने और उन्हें न्यूयॉर्क से बाहर निकालने का एक प्रयास है.
ट्रंप के बेटे ने कहा- कानून व्यवस्था से भरोसा उठ गया :ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के कार्यकारी और मुकदमे के प्रतिवादी एरिक ट्रंप ने एक्स पर लिखा, आज, मेरा न्यूयॉर्क की कानूनी व्यवस्था पर से पूरा भरोसा उठ गया है. मैंने पहले कभी किसी न्यायाधीश के मन में एक व्यक्ति के प्रति ऐसी नफरत नहीं देखी. उन्होंने इस फैसले को अटॉर्नी जनरल के साथ मिलकर ट्रंप को नष्ट करने के लिए रची गई साजिश बताया. उन्होंने कहा कि यह सब किसी व्यक्ति के जीवन, कंपनी और उपलब्धियों को नष्ट करने के लिए किया गया समन्वित प्रयास है.