गाजा : इजरायली सेना एक सप्ताह से अधिक समय तक Gaza के अल शिफा अस्पताल परिसर पर छापेमारी करने के बाद शुक्रवार को वहां से हट गई. एक फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्र ने यह जानकारी दी. सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि "इजरायली बलों ने अपनी वापसी से पहले परिसर के भीतर बिजली जनरेटर, ऑक्सीजन पंप और रेडियोलॉजी उपकरण सहित सुविधाओं में विस्फोट किया."
इजरायली सेना ने शुक्रवार को घोषणा की कि उन्होंने Al Shifa Hospital के नीचे भूमिगत "आतंकवादी" सुरंगों और सुरंग शाफ्ट के एक मार्ग को नष्ट कर दिया है, इसके बारे में उनका कहना है कि यह हमास के ठिकाने के रूप में काम करता था. गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 250 मरीज और कर्मचारी अस्पताल में रह गए, जो बिजली, पानी और चिकित्सा आपूर्ति की गंभीर कमी के कारण वर्तमान में बंद है. यह वापसी Hamas Israel के बीच अस्थायी मानवीय संघर्ष विराम ( Humanitarian ceasefire Gaza ) के पहले दिन हुई, इसके चार दिनों तक चलने की उम्मीद है.
सबसे बड़ा सहायता काफिला (137 ट्रक-129,000 लीटर ईंधन) गाजा पहुंचा
संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों ने कहा कि 7 अक्टूबर के बाद से सबसे बड़ा सहायता काफिला 137 ट्रक सहायता और 129,000 लीटर ईंधन के साथ शुक्रवार को गाजा पहुंचा. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय- OCHA ने कहा कि युद्ध विराम के पहले दिन, विश्व निकाय गाजा में और उसके पार मानवीय सहायता के वितरण को बढ़ाने में सक्षम है.
इसमें कहा गया है कि 200 ट्रकों को राफा क्रॉसिंग पर भेजा गया और 137 फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी- UNRWA पहुंचे. इससे यह 7 अक्टूबर को हमास-इज़राइल युद्ध के शुरू होने के बाद से सबसे बड़ा मानवीय सहायता काकाफिला बन गया. लगभग 129,000 लीटर ईंधन और चार ट्रक गैस भी गाजा में भेजा गया. हजारों लोगों को भोजन, पानी, चिकित्सा आपूर्ति और अन्य आवश्यक मानवीय सहायता प्रदान की गई.