अंकारा/जेरूसलम: इजरायल-हमास संघर्ष की पृष्ठभूमि में इजरायल ने दो बड़े फैसले किए हैं. सुरक्षा कारणों से इजरायल ने तुर्की से अपने सभी राजनयिक कर्मियों को वापस बुला लिया है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने नाम न छापने की शर्त पर राजनयिक सूत्रों के हवाले से कहा, "सुरक्षा कारणों से तुर्की में राजनयिक मिशनों से सभी इजरायली कर्मियों को वापस बुला लिया गया है." इजरायली राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने मंगलवार को तुर्की में इजरायली नागरिकों के लिए एक यात्रा सलाह जारी की, उनसे जितनी जल्दी हो सके वहां से निकलने का आग्रह किया.
मंगलवार को गाजा अस्पताल में हुए विस्फोट से भारी क्षति हुई थी, इसलिए पूरे तुर्की में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए, इस्तांबुल और राजधानी अंकारा दोनों में इजरायली राजनयिक मिशनों के बाहर विरोध प्रदर्शन हुए. गाजा स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को खुलासा किया कि मंगलवार रात Gaza strip के अल-अहली अरबी बैपटिस्ट अस्पताल में हुए विस्फोट में 471 फिलिस्तीनी मारे गए.
Hamas ने कहा कि इजरायल ने अस्पताल पर हवाई हमला किया, जबकि इजरायल ने कहा कि Palestinian Islamic Jihad - PIJ के एक असफल रॉकेट प्रक्षेपण के कारण विस्फोट हुआ. 7 अक्टूबर को, हमास ने गाजा पट्टी से सटे इजरायली सैन्य ठिकानों और कस्बों पर हमला किया, इससे Gaza पर व्यापक इजरायली हवाई हमले हुए.
रक्षा मंत्री ने सैनिकों से हमले के लिए तैयार रहने को कहा
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने गाजा पट्टी से लगी सीमा पर पैदल सेना के सैनिकों से फिलिस्तीनी क्षेत्र में प्रवेश के लिए तैयार रहने ( Israel Attack ) को कहा है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गैलेंट ने गुरुवार को गाजा के पास इजरायल की दक्षिणी कमान का दौरा किया, जहां 7 अक्टूबर को Hamas आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के मद्देनजर इजरायल बल इकट्ठा हैं. यात्रा के दौरान गैलेंट ने सैनिकों से कहा कि वे जमीनी कार्रवाई शुरू करने के लिए संगठित हो जाएं और तैयार रहें.