Israel Palestine Conflict : इजरायली हवाई हमले में हमास नेता के रिश्तेदार मारे गए - Israel Palestinian war
इजरायली हवाई हमले में हमास की सशस्त्र शाखा अल कसम ब्रिगेड के मुख्य कमांडर मोहम्मद अल दीफ के रिश्तेदारों की मौत हो गई है. हालांकि यह जानकारी नहीं है कि बमबारी के दौरान अल डेफ घर में मौजूद था या नहीं. वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के द्वारा इजरायल को हथियारों की पहली खेप वहां पहुंच गई है. (Israel Palestine Conflict, Israel-Hamas War, Israel Hamas Conflict)
इजरायली हवाई हमले में हमास नेता के रिश्तेदार मारे गए
गाजा/तेल अवीव : फिलिस्तीनी मीडिया आउटलेट ने बुधवार को बताया कि गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमले के दौरान हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड के मुख्य कमांडर मोहम्मद अल-दीफ के रिश्तेदार मारे गए. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने हमास से संबद्ध अल-अक्सा चैनल के हवाले से बताया कि एक इजरायली युद्धक विमान ने खान यूनिस शहर में डेफ के भाई के घर को निशाना बनाया.
अल-अक्सा चैनल के अनुसार, हवाई हमले में घर नष्ट हो गया है और कमांडर के भाई के साथ-साथ उसके बेटे और बेटी की भी मौत हो गई. यह जानकारी नहीं है कि बमबारी के समय अल-डेफ़ घर में मौजूद था या नहीं. चैनल ने यह भी बताया कि हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं. जब से इजरायल ने 7 अक्टूबर को देश पर आतंकवादी समूह के अचानक हमले के जवाब में हमास पर युद्ध की घोषणा की है, यहूदी राष्ट्र गाजा पर लगातार हवाई हमले कर रहा है. मंगलवार रात को इजरायली हवाई हमलों ने गाजा में 80 से ज्यादा ठिकानों को तबाह कर दिया. बुधवार को गाजा पट्टी पर इजरायली हमले में हमास के दो राजनीतिक अधिकारी मारे गए.
आधुनिक अमेरिकी हथियारों की पहली खेप इजरायल पहुंची
हमास के साथ युद्ध में इजरायल को मजबूती प्रदान करने के लिए आधुनिक अमेरिकी हथियारों और उपकरणों की पहली खेप यहां पहुंच चुकी है. इजराइल के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. इजराइल के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो और तस्वीरों में एक मालवाहक विमान को उतरते हुए देखा जा सकता है जिससे उपकरणों की पहली खेप लाई गयी. इसे संयुक्त अभियान के तहत इजराइल में लाया गया है.
रक्षा मंत्रालय के उत्पादन और खरीद निदेशालय, अमेरिकी खरीद मिशन, और इजरायल के रक्षा मंत्रालय के तहत अंतरराष्ट्रीय परिवहन इकाई ने इस अभियान में मालवाहक विमान से उपकरण लाने पर नजर रखी जिससे अमेरिका से हथियारों की सीधी आपूर्ति हो सकी. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के कार्यालय में कार्यरत मायन लाजरोविच ने एक बयान में यह जानकारी दी. अमेरिका ने मंगलवार को कहा था कि उसने इजराइल के लिए अत्यंत जरूरी सैन्य उपकरणों की आपूर्ति शुरू कर दी है और पेंटागन इस बात का जायजा ले रहा है कि इजराइल की मदद के लिए तत्काल क्या किया जा सकता है.
रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा था कि विमान हथियारों की आपूर्ति के लिए उड़ान भर चुके हैं, हालांकि उनका ब्योरा नहीं दिया गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की थी कि इजरायल में मारे गये अमेरिकी नागरिकों की संख्या 14 हो गयी है. बाइडेन ने मंगलवार को इस बात की भी पुष्टि की कि हमास ने जिन लोगों को बंधक बना रखा है, उनमें अमेरिकी भी हैं.
इजराइल-हमास संघर्ष: विदेश मंत्रालय ने दिल्ली, तेल अवीव, रामल्ला में हेल्पलाइन शुरू की
इजराइली बलों और हमास चरमपंथियों के बीच जारी संघर्ष के मद्देनजर विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में चौबीसों घंटे काम करने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और तेल अवीव एवं रामल्ला में विशेष आपात हेल्पलाइन नंबर चालू किए हैं ताकि स्थिति पर नजर रखी जा सके और भारतीयों को सूचना एवं मदद मुहैया हो सके. नियंत्रण कक्ष का संपर्क विवरण है -1800118797 (टोल-फ्री); +91-11 23012113; +91-11-23014104; +91-11-23017905; +919968291988 situationroom @mea.gov.in इसके अलावा तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन स्थापित की है. जिसका संपर्क विवरण : +972-35226748;+972-543278392;cons1.telaviv@mea.gov.in के अनुसार एक्सेस किया जा सकता है. साथ ही रामल्ला में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय ने 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन भी स्थापित की है, जिसे संपर्क विवरण के अनुसार एक्सेस किया जा सकता है- +970-592916418 (व्हाट्सएप भी) http://rep.ramallah@mea.gov.in.
बता दें कि गाजा से हमास चरमपंथियों ने शनिवार को इजराइल के खिलाफ हमले किए थे, जिसके बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की. इन हमलों में 1,200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. विभिन्न देशों एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इन हमलों को लेकर चिंता व्यक्त की है. ऐसा बताया जा रहा है कि इस समय इजराइल में 18,000 भारतीय हैं और उन्हें किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई जानकारी नहीं मिली है. मंत्रालय ने कहा, 'इजराइल एवं फलस्तीन में जारी घटनाक्रम के मद्देनजर विदेश मंत्रालय ने स्थिति पर नजर रखने और सूचना एवं मदद मुहैया कराने के लिए चौबीसों घंटे सेवा उपलब्ध कराने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है.' उसने बताया कि इसके अलावा तेल अवीव में भारतीय दूतावास और रामल्ला में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय ने आपातकालीन हेल्पलाइन भी स्थापित की हैं, जो चौबीसों घंटे चालू रहेंगी.