नई दिल्ली : इजराइल की ओर से गाजा पर भीषण बमबारी जारी है. पिछले चार दिनों से हमले जारी हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि गाजा में पानी, बिजली और खाने का संकट उत्पन्न हो गया है. चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा छा गया है. बिजली का उत्पादन यहां पर ठप हो गया है. इजराइल ने बिजली की सप्लाई रोक दी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल ने अब तक 2687 से अधिक ठिकानों पर हमले किए हैं. साथ ही 1300 से अधिक भवनों को नष्ट किया गया है.
इजराइल का आरोप है कि इन भवनों में हमास ने भारी मात्रा में हथियार छिपा रखे थे. इजराइल ने यह भी आरोप लगाया कि लेबनान भी उस पर हमला कर रहा है. इजराइल के अनुसार लेबनान हमास की शह पर ऐसा कर रहा है. इजराइली सेना ने कहा कि हमने भी लेबनान को जवाब देना शुरू कर दिया है. लेबनान द्वारा मीडिया में दी गई जानकारी के मुताबिक इजराइल ने यारिन इलाके में फॉस्फोरस के गोले दागे हैं. इसके साथ एक साथ कई बमों द्वारा हमला किया जाता है.
एक दिन पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को गंभीर चेतावनी दी थी. नेतन्याहू ने कहा था कि गाजा में रहने वाले आम लोग पड़ोस के देश इजिप्ट (मिस्र) चले जाएं, वरना वे भी चपेटे में आ जाएंगे. लेकिन गाजा से इजिप्ट की जाने के लिए जिस क्रॉसिंग का इस्तेमाल किया जाता है, इजराइली डिफेंस फोर्स ने उसे बंद कर दिया है. ऐसे में किसी भी नागरिकों का इजिप्ट की ओर जाना असंभव हो गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आम नागरिकों के लिए अभी भी एक दूसरा रास्ता खुला हुआ है. उसे रफाह बॉर्डर कहा जाता है. इजराइल के सैन्य अधिकारी ने बयान दिया है कि जो भी गाजा छोड़ना चाह रहे हैं, वह रफाह सीमा से इजिप्ट जा सकते हैं. बुधवार को इजराइल के प्रधानमंत्री ने हमास को आईएसआईएस से भी बदतर बताया है. पीएम ने हमास की बर्बरता की तस्वीर भी जारी की. वेटिकन सिटी के पोप फ्रांसिस ने फिलिस्तीनियों से उन इजराइली नागरिकों को छोड़ने का आग्रह किया है, जिन्हें हमास ने बंदी बना रखा है.