गाजा/यरूशलम: इजराइल-हमास संघर्ष सोमवार को लगातार 17वें दिन भी जारी रहा. इससे दोनों पक्षों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 6,000 से अधिक हो गई है. वहीं, हिंसा के परिणामस्वरूप हजारों अन्य घायल हुए. भारी संख्या में लोग अपने घरों से विस्थापित होने को मजबूर हुए. स्वास्थ्य मंत्रालय के लेटेस्ट डाटा में कहा गया है कि इजरायली की ओर से रात भर भीषण इजरायली हवाई हमले किए गए.
पिछले 24 घंटों में 266 फिलिस्तीनी मारे गए. इससे कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 4,651 हो गई है. मंत्रालय ने कहा कि कुल पीड़ितों में कम से कम 1,873 बच्चे और 1,023 महिलाएं थीं. वर्तमान में 1,000 से अधिक फिलीस्तीनियों के लापता होने की सूचना है. वहीं काफी संख्या में लोगों के मलबे के नीचे फंसे या मृत होने की आशंका है, जबकि घायल व्यक्तियों की संख्या 14,245 तक पहुंच गई है.
अक्टूबर में संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार 2014 में 50 दिनों के संघर्ष के दौरान मरने वालों की कुल संख्या (2,251) से इस बार मृतकों की संख्या दोगुनी हो गई है. इस बीच इजरायली अधिकारियों ने कहा है कि यहूदी राष्ट्र में लगभग 1,400 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं. इजरायली मीडिया ने बताया कि 22 अक्टूबर तक इस संघर्ष में 767 लोगों के नाम जारी किए गए हैं. इनकी उम्र प्रदान की गई है. इनमें 27 बच्चे हैं. इजरायली अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में गाजा में कम से कम 212 लोगों को बंदी बना लिया गया. इनमें इजरायली और विदेशी नागरिक शामिल हैं. गाजा बाड़ के समीप रविवार को एक इजरायली सैनिक की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
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इजरायली सेना ने कहा है कि संघर्ष शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनी सशस्त्र समूहों द्वारा इजरायल की ओर 550 रॉकेट दागे गए जो फेल हो गए. इससे वेस्ट बैंक में कई फिलिस्तिनियों की मौत हुई. वहीं, 7 अक्टूबर के बाद से इजरायली बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में मृतकों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है, जिसमें 27 बच्चे भी शामिल हैं. वहीं, कम से कम 1,734 लोग घायल हुए हैं. हिंसा के परिणामस्वरूप गाजा में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगो की संख्या 14 लाख होने का अनुमान है. यहां संयुक्त राष्ट्र के 150 राहत शिविरों 580,000 लोग रह रहे हैं.