तेल अवीव : इजरायल रक्षा बलों ने दक्षिणी लेबनान सीमा पर एक और आतंकियों के सेल पर हमला किया है. इस बारे में द टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक आईडीएफ ने कहा है कि ड्रोन हमला और तोपखाना बमबारी से हमला किया गया. अखबार के अनुसार इससे पहले आज लेबनान के हिजबुल्लाह के प्रमुख ने फिलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास और इस्लामिक जिहाद के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की. इस बारे में इजरायली प्रकाशन ने हिजबुल्लाह प्रमुख सैय्यद हसन नसरल्लाह को दिखाने के लिए सोशल मीडिया एक्स पर तस्वीर पोस्ट की है. इसमें हमास के उप प्रमुख सालेह अल अरौरी और इस्लामिक जिहाद प्रमुख अल-नखला दिखाई दे रहे हैं.
इसके साथ ही अखबार ने अपने ट्वीट में लिखा है कि इस दौरान अन्य विषयों के अलावा गाजा और फिलिस्तीन में एक निश्चित जीत तक पहुंचने के लिए उठाए जाने वाले उचित उपायों पर भी चर्चा की गई. इस बारे में न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एक्सिस ऑफ रेजिस्टेंस ईरान, फिलिस्तीन आतंकवादी समूहों के अलावा सीरिया, लेबनान के हिजबुल्लाह और अन्य गुटों के गठबंधन में मिलिशिया के क्षेत्रीय नेटवर्क के लिए प्रयोग किए जाने वाला शब्द है.
इससे पहले इजरायल की स्वतंत्र समाचार एजेंसी टीपीएस ने कहा कि इजरायल रक्षा बलों ने बुधवार को हर डोव के क्षेत्र में लेबनान से इजरायली क्षेत्र की ओर एंटी टैंक मिसाइलें दागने का प्रयास कर रहे एक आतंकवादी सेल पर इजरायली सेना ने हमला किया था. वहीं आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि दक्षिणी इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमल से पहेल ईरान ने सीधे तौर पर हमास की सहायता की थी. इस बारे में हगारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि युद्ध से पहले ईरान ने प्रशिक्षण, हथियार, धन और तकनीकी जानकारी देकर हमास को सीधे सहायता दी थी.