तेहरान :ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने सोमवार को कहा कि अमेरिका द्वारा लगाए गए तेल निर्यात पर भारी प्रतिबंधों के बावजूद, देश का तेल निर्यात दोगुना हो गया है. बता दें कि रायसी ने अगस्त 2021 में ईरान के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया था. रायसी ने निर्यात किए जा रहे तेल की मात्रा के बारे में विस्तार से बताए बिना सरकारी टीवी पर एक लाइव साक्षात्कार में यह दावा किया कि देश के तेल की बिक्री दोगुनी हो गई है."
ईरान के अखबार के अनुसार ऑयल मार्केट में प्रतिस्पर्धा, युद्ध और आपूर्ति की चिंताओं के परिणामस्वरूप, तेल की कीमतें कई वर्षो के उच्च स्तर पर पहुंच गई. अंतर्राष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड मार्च 2022 में लगभग 140 डॉलर पर था. जिससे प्रतिबंधों को लागू करने की चुनौती बढ़ गई. वहीं सोमवार को ब्रेंट $ 105 प्रति बैरल से अधिक था. तेल का रूख ईरान के सार्वजनिक वित्त के लिए एक वरदान रही है. ईरान का कहना है कि वह अब अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद अरबों डॉलर से ज्यादा का क्रुड ऑयल की बिक्री कर रहा है. सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान ने फरवरी की शुरुआत में आंकड़े जारी करते हुए बताया कि ईरान ने 18.6 बिलियन डॉलर कमाए. ने इस फारसी वर्ष की पहली छमाही में क्रु़ड ऑयल की बिक्री करके 18.6 बिलियन डॉलर अर्जित किए वहीं यह पिछले साल इसी अवधि में 8.5 बिलियन डॉलर था.
माना जाता है कि उस तेल का अधिकांश हिस्सा चीन को जा रहा है. वेनेजुएला को भी अपने बंदरगाहों पर ईरानी टैंकर मिले हैं. ईरान के तेल मंत्री जवाद ओवजी ने अप्रैल में स्थानीय मीडिया को बताया कि रायसी के सत्ता संभालने के बाद से देश के तेल निर्यात में 40% की वृद्धि हुई है. चार साल पहले, तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने विश्व शक्तियों के साथ ईरान के 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका को वापस ले लिया और ईरान पर व्यापक प्रतिबंध लगा दिए थे. जिसमें उसके तेल क्षेत्र के खिलाफ उसकी अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा भी शामिल थी. ईरान के कच्चे तेल के निर्यात में गिरावट आई और अंतरराष्ट्रीय तेल कंपनियों ने तेहरान के साथ सौदे रद्द कर दिए, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई थी.