कराची: पाकिस्तानी प्रशासन द्वारा एक सद्भावनापूर्ण कदम उठाते हुए, अपने जल क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 199 भारतीय मछुआरों को शुक्रवार को रिहा करने की उम्मीद की जा रही है. एक अधिकारी ने बताया कि इस दौरान एक अन्य भारतीय नागरिक की मौत हो गई, जिसे 199 मछुआरों के साथ प्रत्यावर्तित किया जाना था. सिंध में जेल और सुधार विभाग के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी काजी नजीर ने कहा कि उन्हें संबंधित सरकारी मंत्रालयों द्वारा 199 मछुआरों को शुक्रवार को रिहा करने और उन्हें उनके देश भेजने की तैयारी करने के लिए कहा गया है. इन मछुआरों को लाहौर भेजा जाएगा और वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा. ये मछुआरे फिलहाल यहां लांधी जेल में बंद हैं.
उन्होंने कहा कि एक भारतीय नागरिक जुल्फिकार की बीमारी के कारण शनिवार को कराची के एक अस्पताल में मौत हो गई. जुल्फिकार को भी मछुआरों के साथ रिहा किया जाना था. उन्होंने कहा, 'लांधी जेल के अधिकारियों के मुताबिक भारतीय कैदी ने तेज बुखार और सीने में तकलीफ की शिकायत की थी और पिछले हफ्ते उसकी हालत बिगड़ गई थी. उसे अस्पताल भेजा गया, जहां फेफड़ों में संक्रमण के कारण उसकी मौत हो गई.'
इन भारतीय मछुआरों को लाहौर तक पहुंचाने और जेलों में उन्हें अन्य सहायता मुहैया कराने वाले एधी कल्याण ट्रस्ट के एक अधिकारी ने जुल्फिकार की मौत के संदर्भ में बताया कि लांधी और मलीर जेल में पर्याप्त व्यवस्था और सुविधाएं नहीं हैं तथा बीमार कैदियों को नियमित रूप से तथा समुचित इलाज के लिए संघर्ष करना पड़ता है. अधिकारी ने बताया 'जेल के डॉक्टर तथा अस्पताल में गंभीर बीमारियों के मरीजों के इलाज के लिए समुचित सुविधाएं और उपकरण नहीं हैं और वे मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाने की सिफारिश करते हैं लेकिन कई बार बहुत देर हो चुकी होती है.'