नई दिल्ली : कैलिफोर्निया में भारतीय-अमेरिकी मूल के एक व्यक्ति ने अपनी कार को पहाड़ियों की चोटी से नीचे गिरा दिया था. इस दौरान कार में उसकी पत्नी और बच्चे भी मौजूद थे. हालांकि, इस घटना में किसी की भी मौत नहीं हुई. इस घटना को लेकर पड़ोसियों ने हैरानी जताई और व्यक्ति को अच्छा इंसान बताते हुए इसे 'पागलपन का संभावित क्षण' करार दिया.
पासाडेना में प्रोविडेंस होली क्रॉस मेडिकल सेंटर के एक रेडियोलॉजिस्ट 41 वर्षीय धर्मेश अरविंद पटेल को इस सप्ताह हत्या के प्रयास और बाल शोषण के संदेह में गिरफ्तार किया गया था. पटेल पर आरोप है कि उसने जानबूझकर अपनी टेस्ला को 250 फुट की पहाड़ी की चोटी से गिरा दिया.
उनकी 41 वर्षीय पत्नी नेहा को चोटें आईं और उनके बच्चों को मामूली चोटें आईं. पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह नहीं पता चल सका है कि दुर्घटना के समय टेस्ला किस 'ड्राइविंग मोड' में थी, लेकिन यह 'इस घटना में योगदान देने वाला कारक नहीं लगता है.' एजेंसी ने विस्तार से यह नहीं बताया कि ऐसा क्यों माना जाता है कि पटेल जानबूझकर अपने परिवार के साथ गए. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस को फोन कर दिया गया था. और 30-40 रेस्क्यूर्स जल्द ही घटनास्थल पर पहुंच गए.
किसी को भी अंदाजा नहीं था कि ये लोग जिंदा भी होंगे. और जब उन्होंने चारों लोगों को जीवित और होश में पाया तो वे आश्चर्यचकित रह गए. रोजर न्यूमार्क ने द लॉस एंजिल्स टाइम्स को बताया, वह एक अच्छा व्यक्ति है. उसका परिवार सुखद जीवन जीता है. किसी तरह की कोई परेशानी का उन्हें कोई संकेत नहीं दिखा. इस घटना के पीछे शायद पागलपन था. उन्होंने बताया कि अक्सर पटेल को अपने बच्चों के साथ घूमते और पड़ोसियों को कुकीज देते देखा जाता था.