अबू धाबी:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अबू धाबी पहुंचने से कुछ घंटे पहले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कहा है कि भारत के साथ उसकी आर्थिक साझेदारी दोनों देशों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. यूएई के विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉ थानी बिन अहमद अल जायौदी ने कहा कि यूएई-भारत गैर-तेल व्यापार 2030 तक प्रति वर्ष 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. यूएई-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीईपीए) विकास और अवसर का एक नया युग प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था.
सीईपीए भारत और यूएई के बीच 18 फरवरी, 2022 को हस्ताक्षरित एक समझौता 1 मई, 2022 को लागू हुआ. इस समझौते पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच हस्ताक्षर किए गए. भारत और यूएई के बीच सीईपीए की सफलता के बारे में बोलते हुए जायौदी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यूएई-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते को दोनों देशों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाएगा.
भारत और यूएई के बीच सीईपीए के प्रमुख परिणामों पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार प्रवाह में वृद्धि हुई है. सीईपीए ने पूर्व-पश्चिम आपूर्ति श्रृंखलाओं में काफी लचीलापन जोड़ा है और एक नया व्यापार गलियारा (trade corridor) विकसित किया है, जो एशिया को मध्य पूर्व और अफ्रीका से जोड़ता है. डॉ. थानी अल जायौदी ने जोर देकर कहा कि वह भारत में खुदरा, उद्योग, खाद्य सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और लॉजिस्टिक्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त अरब अमीरात के निवेश के प्रभाव को देखने में सक्षम हैं.