तेल अवीव :इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच हमास ने बंधक बनाई गई दो इजरायली महिलाओं को रिहा कर दिया है. रिहा होने वाली महिलाओं में से एक 85 वर्षीय योचेवेद लिफशिट्ज (Yocheved Lifshitz) ने कहा कि हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किए जाने के बाद आतंकवादी समूह द्वारा उनका अपहरण कर लिए जाने के बाद उनकी जिंदगी नरक की तरह गुजरी.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक 85 वर्षीय महिला ने मंगलवार को उस पल को याद किया जब किबुत्ज निर ओज में उनके घर में घुसकर बाइक सवार आतंकवादियों द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया था. लिफशिट्ज ने कहा कि वह कठिन समय था लेकिन उम्मीद थी कि इससे हम जल्द ही पार पा लेंगे. लिफशिट्ज ने उक्त बातें रिहाई के बाद तेल अवीव के इचिलोव अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ के दौरान कही.
उन्होंने आगे कहा, 'जो कुछ हुआ उसकी तस्वीरें मेरे दिमाग में लगातार घूमती रहती हैं. जब वे मुझे ले गए, तो उन्होंने मुझे एक मोटरसाइकिल पर बिठाया, एक तरफ पैर और दूसरी तरफ मेरा सिर बांध दिया, और जब वे खेतों में दौड़ रहे थे तो मैं वहीं पड़ी रही. हमारे दोनों तरफ बाइक थी और एक हमारे पीछे थी.' लिफ़शिट्ज़ ने कहा कि बाइक सवार ने उन्हें डंडे से बेरहमी से पीटा.
उन्होंने कहा कि जब मैं बाइक पर थी तब उन्होंने मेरी घड़ी और आभूषण ले लिए. सबसे पहले, उन्होंने मुझे अबासन अल-कबीरा शहर में रखा, जो कि (किबुत्ज़) बेरी के करीब है. उसके बाद, मुझे नहीं पता वो मुझे कहां ले गए. आखिरकार, हम अंडरग्राउंड हो गए और गीली सुरंगों से कई किलोमीटर तक चले, सुरंगों के मकड़ी के जाल में दो-तीन घंटे तक चले. फिर हम एक बड़े हॉल तक पहुंचे. हम 25 लोगों के एक समूह में थे.' बुजुर्ग महिला ने कहा कि किबुत्ज़ नीर ओज़ से पांच लोग थे, प्रत्येक के लिए एक गार्ड था.