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पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में भीड़ का शिकार बनने से बचा हिंदू सफाईकर्मी, गिरफ्तार

पाकिस्तान में ईशनिन्दा के आरोप में एक हिंदू सफाई कर्मी को घर में घुसकर मारने की कोशिश की गई. उसके अपार्टमेंट की इमारत के आसपास सैकड़ों की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई थी. यहां तक उसे मारने के लिए लोगों ने बिल्डिंग की दीवार पर चढ़कर उसके घर में घुसने की कोशिश भी की. हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस घटनास्थल पर आई और भीड़ को हटाने के लिए उन्हें बल प्रयोग करना पड़ा. साथ ही पुलिस ने आरोपी सफाई कर्मी को गिरफ्तार भी कर लिया है.

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Published : Aug 22, 2022, 6:23 PM IST

कराची : पाकिस्तान में एक धार्मिक पुस्तक के पन्नों को जलाकर कथित रूप से ईशनिंदा (blasphemy) करने के मामले में एक सफाईकर्मी को गिरफ्तार (sanitation worker arrested in Pakistan) किया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने शुक्रवार को हैदराबाद शहर में हुई कथित ईशनिंदा की घटना को लेकर एक इमारत के सामने प्रदर्शन किया, जहां हिंदू परिवार रहते हैं. इतना ही नहीं, उसके घर में घुसकर उसे मारने की कोशिश भी की गई. बाद में खबर पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज की. इधर, हिंदू सफाई कर्मी को गिरफ्तार कर ली.

हैदराबाद में हिंदू समुदाय के एक नेता ने नाम जाहिर नहीं होने की शर्त पर कहा कि पुलिस ने घटना के मामले में सही से जांच किये बिना कुमार को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि हिंदू परिवार रविवार को अपनी इमारत के बाहर टीएलपी के प्रदर्शन के बाद डरे हुए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, शुक्रवार को एक इस्लामी अध्ययन की पुस्तक के पन्नों को कथित रूप से जलाया गया, जिसके बाद टीएलपी ने पूरे हैदराबाद में प्रदर्शन किये. आरोपी के खिलाफ ईशनिंदा का मामला दर्ज करने और उसे गिरफ्तार किये जाने की मांग की थी. प्रमुख हिंदू नेता रवि दवानी ने सिंध सरकार से अपील की कि मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाए.

ईशनिंदा के आरोप में भीड़ का शिकार बनने से बचा हिंदू सफाईकर्मी

टीएलपी को पिछले साल अप्रैल में प्रतिबंधित संगठन घोषित किया गया था. तब फ्रांस में प्रकाशित ईशनिंदा वाले कार्टून के मुद्दे पर इस संगठन के हिंसक प्रदर्शनों के कारण सरकार को फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करना पड़ा था. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कट्टरपंथियों के सरकार विरोधी आंदोलन के बाद पिछले साल नवंबर में चरमपंथी समूह को प्रतिबंधित संगठनों की सूची से हटाये जाने की अनुमति दी थी.

(पीटीआई-भाषा)

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