जेरूसलम:यहूदी अवकाश यानी शनिवार के दिन हमास के दर्जनों आतंकवादी प्रतिबंधित गाजा पट्टी और पास के इजरायली कस्बों में घुस गए. उन्होंने आम नागरिकों पर हमले किये. इस अप्रत्याशित हमले में दर्जनों लोगों की हत्या कर दी गई. कुछ लोगों के अपहरण की भी जानकारी है. हमले से हैरान इजराइल ने गाजा में हवाई हमले शुरू कर दिए. इजराइल के प्रधान मंत्री ने कहा कि देश अब हमास के खिलाफ युद्ध में है. उन्होंने चेतावनी दी कि हमास एक अभूतपूर्व कीमत चुकाने के लिए तैयार रहे.
चौंका देने वाले हमले में, हमास के बंदूकधारी गाजा पट्टी के बाहर 22 स्थानों पर घुस गए, जिनमें गाजा सीमा से 15 मील (24 किलोमीटर) दूर के कस्बे और अन्य समुदाय भी शामिल थे. कुछ स्थानों पर, वे घंटों तक घूमते रहे, नागरिकों और सैनिकों को गोलियों से भूनते रहे क्योंकि इजराइल की सेना इस हमले के लिए तैयार नहीं थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रात होने के बाद भी गोलीबारी जारी रही और आतंकवादियों ने दो शहरों में गतिरोध के दौरान लोगों को बंधक बना लिया और तीसरे में एक पुलिस स्टेशन पर कब्जा कर लिया.
इजरायली मीडिया ने बचाव सेवा अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि कम से कम 250 लोग मारे गए और 1,500 घायल हो गए है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह पिछले कई दशकों में इजराइल पर हुआ सबसे घातक हमला है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हमलों में गाजा पट्टी में कम से कम 232 लोग मारे गए हैं और कम से कम 1,700 लोग घायल हुए हैं. सोशल मीडिया वीडियो पर पोस्ट किए गए भयावह दृश्यों में हमास के लड़ाकों ने अज्ञात संख्या में नागरिकों और सैनिकों को गाजा में बंदी बना लिया, जो इजराइल के लिए एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है.
इजराइल की ओर से बेहद जोरदार पटलबार की प्रतिज्ञा की घोषणा करने के बाद क्षेत्र में संघर्ष के अधिक भीषण होने के संकेत मिल रहे हैं. इजराइल और गाजा के हमास शासकों के बीच पिछले संघर्षों से गाजा में बड़े पैमाने पर मौत और विनाश हुआ था. कई दिनों तक इजरायली शहरों पर रॉकेट हमले हुए थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्थिति उस हमले से भी कहीं अधिक अस्थिर है. इजराइल की धुर दक्षिणपंथी सरकार सुरक्षा उल्लंघन से स्तब्ध है.