कराची: पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची स्थित एक रमजान खाद्यान्न वितरण केंद्र पर मची भगदड़ में बच्चों और महिलाओं सहित कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं. इस घटना की जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी है. उन्होंने बताया कि भगदड़ की घटना तब हुई, जब खाना बांटने के समय कुछ लोगों ने अनजाने में बिजली के तार पर पैर रख दिया, जिसके बाद लोग एक दूसरे को धक्का देकर भागने लगे और इस दौरान कुछ लोग नजदीकी नाले में गिर गए.
अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं और बच्चों सहित 11 लोग भगदड़ में मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमीरुल्ला ने बताया कि 'शुरुआत में बिजली के तार की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हुई, जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया और भगदड़ मच गई.' उन्होंने बताया कि 'भीड़ की वजह से नाले की दीवार ढह गई और उसमें दो बच्चे व दो महिलाएं गिर गईं.'
कराची की घटना के बाद पाकिस्तान में खाद्यान्न वितरण केंद्रों पर मची भगदड़ में मारे गए लोगों की संख्या कम से कम 22 हो गई है. गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले सप्ताह मुफ्त खाद्यान्न वितरण की योजना शुरू की थी. पाकिस्तान फरवरी से ही 1.1 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज को जारी करने के लिए आईएमएफ के साथ बातचीत कर रहा है, लेकिन वाशिंगटन स्थित ऋणदाता द्वारा लगाई गई कड़ी शर्तों के कारण अब तक बहुत कम सफलता मिली है.
फंड 2019 में आईएमएफ द्वारा स्वीकृत 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बेलआउट पैकेज का हिस्सा हैं, जो विश्लेषकों का कहना है कि अगर पाकिस्तान को बाहरी ऋण दायित्वों पर चूक से बचना है तो यह महत्वपूर्ण है. पाकिस्तान में साप्ताहिक मुद्रास्फीति का स्तर 45 फीसदी के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया है. देश के केंद्रीय बैंक के अनुसार, पाकिस्तान अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए छटपटा रहा है, जो वर्तमान में 4.2 बिलियन अमरीकी डालर होने का अनुमान है.
(पीटीआई-भाषा)