अंकारा/दमिश्क:तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के कारण ढहे घरों के मलबे से शवों का निकलने का सिलसिला जारी है. राहत बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है. इसमें भारत की एनडीआरएफ की टीम और सेना भी जुटी है. एनडीआरएफ की टीम ने अब तक कई लोगों की जान बचा चुकी है.
तुर्की और सीरिया को तबाह कर देने वाले भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 21, 051 हो गई है. सीरिया और तुर्की में घायलों की कुल संख्या बढ़कर 75592 हो गई है. तुर्की में मरने वालों की संख्या कम से कम 17,406 हो गई है. भूकंप के कारण कुल 70,347 लोग घायल हुए हैं, सीएनएन ने तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान सोयलू का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है.
सीरिया में घायल लोगों की कुल संख्या 5,245 तक पहुंच गई है, सरकार द्वारा नियंत्रित 2,295 और विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,950 लोग घायल हुए हैं. अनादोलु एजेंसी ने बताया कि तुर्की के भूकंप प्रभावित प्रांतों में बचाव और सहायता के प्रयासों को तेज करने के लिए तीन महीने की आपात स्थिति गुरुवार को सांसदों की मंजूरी के बाद लागू हो गई.
समाचार रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने भूकंप प्रभावित प्रांतों में खोज और बचाव प्रयासों को तेज करने के लिए तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की थी. समाचार रिपोर्ट के अनुसार, कहारनमारस प्रांत में केंद्रित 7.7 और 7.6 तीव्रता के भूकंप, 10 प्रांतों में सवा करोड़ से अधिक लोगों द्वारा महसूस किए गए. इनमें अदाना, अदियामन, दियारबाकिर, गजियांटेप, हटाय, किलिस, मलत्या, उस्मानिया और सानलिउर्फा शामिल हैं. सीरिया और लेबनान सहित तुर्की के पड़ोसी देशों ने भी भूकंप के झटके महसूस किए.