इस्लामाबाद: पाकिस्तान में मंगलवार को 6.8 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए। इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था और दोनों देशों में अब तक इसकी वजह से कम से कम 12 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है जबकि 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में 180 किलोमीटर की गहराई में था। इस भूकंप को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी महसूस किया गया.
विभाग के मुताबिक, पाकिस्तान में भूकंप के झटके लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, लक्की मरवत, गुजरांवाला, गुजरात, सियालकोट, कोट मोमिन, मढ़ रांझा, चकवाल, कोहाट और गिलगित-बल्तिस्तान इलाकों में महसूस किए गए. टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज के अनुसार लोग डर के कारण घरों से निकल कर सड़कों पर आ गए. पेशावर में प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने ट्वीट किया कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में पांच पुरुष, दो महिलाओं और दो बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई.
समाचार पत्र 'डॉन' की खबर के अनुसार, इस्लामाबाद में एक पुरुष और एबटाबाद में 13 साल की लड़की की मौत भूकंप आने के बाद दिल का दौरा पड़ने से हो गई. समाचार पत्र 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार, भूकंप के कारण रावलपिंडी के बाजार में भगदड़ मच गई वहीं स्वात में करीब 200 लोग घायल हुए हैं, जहां अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है. भूकंप के झटके गिलगित-बल्तिस्तान (जीबी) के पहाड़ी क्षेत्र में भी महसूस किए गए, जिससे वहां भूस्खलन हुआ. हालांकि, तत्काल वहां किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.
बचाव अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन से यासीन घाइजर में एक पशु पालन केंद्र क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे कुछ पशुओं की मौत हो गई. सूत्रों ने बताया कि भूस्खलन के कारण जीबी के दियामेर जिले की सीमा के पास कोहिस्तान के हरबन क्षेत्र में काराकोरम राजमार्ग अवरुद्ध हो गया, जिससे कई लोग फंसे हुए हैं. इस्लामाबाद के पड़ोसी शहर रावलपिंडी में कई इमारतों में दरारें दिखीं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने आपदा प्रबंधन अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है.