लिस्बन: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूरोप की अपनी यात्रा के दौरान पुर्तगाल में भारतीय समुदाय को संबोधित किया तथा द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के लिए भारत एवं पुर्तगाल के बीच सीधे हवाई संपर्क की आवश्यकता रेखांकित की. जयशंकर पुर्तगाल एवं इटली की अपनी चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण के तहत यहां पहुंचे. भारतीय समुदाय के साथ संवाद के दौरान उनके पुर्तगाली समकक्ष जोआओ गोम्स क्रेविन्हो भी शामिल हुए.
अपने संबोधन के दौरान जयशंकर ने यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ भारत के घनिष्ठ संबंधों में पुर्तगाल के योगदान पर प्रकाश डाला और भारत में हो रहे बदलावों को भी साझा किया. जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'पुर्तगाल में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. इसमें शामिल होने के लिए धन्यवाद विदेश मंत्री जोआओ क्रेविन्हो.' उन्होंने कहा, 'अपने संबोधन में भारत-यूरोपीय संघ के घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देने में पुर्तगाल के योगदान पर प्रकाश डाला. 'द पोर्टो' 2021 शिखर सम्मेलन मील का पत्थर है. वैश्विक कार्यस्थल में प्रवासन और कहीं भी आने जाने में सुगमता के लिए साझेदारी की प्रासंगिकता को महत्व दिया गया.'
जयशंकर ने कहा, 'सीधे हवाई संपर्क की आवश्यकता रेखांकित की. भारत में हो रहे बदलावों को साझा किया जो सहयोग के नए अवसर प्रदान करते हैं. राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में समुदाय से योगदान देने का आग्रह किया.' मंत्री ने मंगलवार को प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा के साथ 'समकालीन चुनौतियों' तथा द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने पर चर्चा की. मंगलवार को पुर्तगाल के विदेश मंत्री के साथ संयुक्त प्रेस बयान के तहत जयशंकर ने कहा, 'हमने विभिन्न क्षेत्रों में काफी नयी ऊर्जा और गतिविधियां देखी हैं. कारोबार और निवेश निश्चित रूप से इसे बढ़ाने वाले कारक हैं. भारतीय कंपनियों जैसे कि भारतीय आईटी कंपनियों ने विशेषकर पुर्तगाल में अपनी छाप छोड़ी हैं.'