वाशिंगटन: चीनी हैकरों ने अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो और विदेश विभाग के अधिकारियों का ई-मेल हैक किया. यह घटना जून में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के दौरे से कुछ हफ्ते पहले हुई थी. मामले की जांच चल रही है लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने बुधवार को इस बात को खारिज कर दिया कि चीनी हैकर्स सैन्य या जासूसी सेवाओं का हिस्सा हो सकते हैं. साथ ही यह भी कहा कि उन हैकरों ने कोई संवेदनशील जानकारी नहीं चुराई.
विदेश विभाग की साइबर सुरक्षा टीम ने सबसे पहले घुसपैठ का पता लगाया. दो अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, रायमोंडो प्रशासन में बीजिंग के सबसे मुखर आलोचकों में से एक रहीं और वह निशाने पर थीं. हाल ही में उन्होंन चीन निर्यात नियंत्रण कड़ा रूख अपनाया और चेतावनी दी कि अगर वह रूस को चिप्स प्रदान करता है तो चीन को अमेरिकी सेमीकंडक्टर तकनीक की आपूर्ति में कटौती कर दी जाएगी.
अपनी प्रारंभिक जांच के आधार पर अधिकारियों का मानना है कि वह एकमात्र कैबिनेट स्तर की मंत्री थी जिनके मेल को सफलतापूर्वक हैक किया गया था. अधिकारियों ने कहा कि हैकर्स ब्लिंकन के माइक्रोसॉफ्ट 365 खाते में ईमेल हासिल करने में सक्षम नहीं थे, यहां तक कि उन्हें अन्य राज्य विभाग के ईमेल बॉक्स तक भी पहुंच मिल गई. कई अधिकारियों ने कहा कि हमले का उद्देश्य बड़े पैमाने पर डेटा की घुसपैठ के बजाय व्यक्तिगत ईमेल खातों को निशाना बनाना था. चीनी हैकरों द्वारा पहले भी ऐसा किए जाने का संदेह है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के अधिकारियों ने इस बात का लेखा-जोखा देने से इनकार कर दिया कि हैकरों ने किन अधिकारियों को निशाना बनाया था. इससे पहले मंगलवार को माइक्रोसॉफ्ट ने खुलासा किया था कि अमेरिका की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के इरादे से चीनी हैकरों ने सरकारी ईमेल खातों तक पहुंच हासिल कर ली.