बीजिंग/मॉस्को :यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग तीन दिवसीय यात्रा पर सोमवार को मॉस्को पहुंचे. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को मॉस्को में महत्वपूर्ण वार्ता की.
जिनपिंग और पुतिन, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों में 40 से अधिक बार मुलाकात की है. ये अमेरिका के प्रभुत्व वाली विश्व व्यवस्था का विरोध करने के लिए घनिष्ठ संबंध दर्शाने के लिए काफी है. दोनों पक्षों के आधिकारिक मीडिया ने सूचना दी कि चीनी नेता के मॉस्को में तीन दिवसीय राजकीय दौरे पर पहुंचने पर 'भव्य स्वागत' हुआ.
क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने मीडिया को बताया कि राष्ट्रपति जिनपिंग और पुतिन आमने-सामने बातचीत करेंगे, जिसके बाद उनके प्रतिनिधिमंडल बाद में बातचीत करेंगे. रूसी आधिकारिक मीडिया के मुताबिक, वे मंगलवार को भी अपनी बातचीत जारी रखेंगे. उशाकोव ने कहा कि यह यात्रा सख्ती से एक व्यापारिक यात्रा होगी, 'कोई अतिरिक्त प्रोटोकॉल सामान नहीं होगा, मुख्य बात बातचीत, बातचीत और बातचीत है.'
मॉस्को पहुंचने पर जिनपिंग ने कहा कि 'दोनों देशों ने बिना किसी गठबंधन, बिना किसी टकराव के और किसी तीसरे पक्ष को लक्षित नहीं करने के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को समेकित और विकसित किया है, और एक नया मॉडल विकसित करने के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित किया है.'
उन्होंने कहा कि चीन संयुक्त राष्ट्र के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा के लिए रूस के साथ काम करना जारी रखेगा, अंतरराष्ट्रीय कानून द्वारा समर्थित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के आधार पर.
रूस की तास समाचार एजेंसी ने बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मॉस्को ने यूक्रेन में संघर्ष को हल करने के लिए बीजिंग के प्रस्तावों का अध्ययन किया है और वह राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ एक बैठक में इस पर चर्चा करेंगे.