नयी दिल्ली: चीन ने मंगलवार को अमेरिका की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका के दबाव और धमकियों के पीड़ितों में उसके सहयोगी और भागीदार शामिल हैं, जिसका खामियाजा विकासशील देशों को भुगतना पड़ रहा है. भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता वांग जिआओजियान ने ट्वीट किया कि 'विश्व शांति और समृद्धि में चीन का योगदान है. यह अमेरिका है, न कि चीन, जो जबरदस्ती और आधिपत्य के लिए सभी प्रकार के उपायों का सहारा लेता है.'
उन्होंने आगे लिखा कि 'अमेरिकी दबाव और डराने-धमकाने के पीड़ितों में इसके सहयोगी और भागीदार शामिल हैं, जिसका खामियाजा विकासशील देशों को भुगतना पड़ रहा है.' अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सोमवार को कहा कि अमेरिका-भारत सहयोग मायने रखता है, क्योंकि हम सभी तेजी से बदलती दुनिया का सामना कर रहे हैं. हम यूक्रेन के खिलाफ पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और रूसी आक्रामकता को देख रहे हैं, जो सीमाओं को फिर से परिभाषित करना चाहता है और राष्ट्रीय संप्रभुता को धमकी देता है.
ऑस्टिन ने भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. दोनों पक्षों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए फास्ट-ट्रैक प्रौद्योगिकी टाई-अप और वायु युद्ध और भूमि प्रणालियों जैसे सैन्य प्लेटफार्मों के सह-उत्पादन के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप का निष्कर्ष निकाला. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और नई दिल्ली के पड़ोस में चीन के खतरे पर बातचीत की.