दिल्ली

delhi

Taiwan China Conflict : चीन ताइवान की स्वतंत्रता की अलगाववादी गतिविधियों के लिए कोई जगह नहीं छोड़ेगा

By

Published : Mar 17, 2023, 11:40 AM IST

सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार चीन के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता टैन केफेई ने कहा कि अमेरिका को चीन का मुकाबला करने के लिए ताइवान को हथियार नहीं बनाये.

Taiwan China Conflict
प्रतिकात्मक तस्वीर

बीजिंग : चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ताइवान स्वतंत्रता अलगाववादी गतिविधियों के लिए किसी भी प्रकार का कोई स्थान नहीं छोड़ेगी. सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने एक चीनी रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता का हवाला देते हुए बताया कि सेना देश की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की दृढ़ता से रक्षा करेगी. सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, चीन के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता टैन केफेई का यह बयान संयुक्त राज्य अमेरिका की हाल ही में कथित रूप से ताइवान स्ट्रेट में तनाव बढ़ाने वाले आक्रामक कार्यों के बाद आया है.

पढ़ें : US Drone : अमेरिका ने वीडियो रिलीज कर किया दावा, 'रूसी जेट ने अमेरिकी ड्रोन पर ईंधन गिराया'

टैन ने कहा कि ताइवान स्वतंत्रता की खोज और उनका बाहरी ताकतों के साथ सहयोग बढ़ाने के साथ चीनी राष्ट्र के मौलिक हितों के विरोध में खड़े होने का उनका दृढ़ संकल्प ताइवान जलडमरूमध्य में बढ़ते तनाव के प्रमुख कारण हैं. सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, टैन ने यह भी कहा कि ताइवान की स्वतंत्रता की मांग करने वाले बाहरी हस्तक्षेप और अलगाववादी कार्रवाइयों की प्रतिक्रिया में पीएलए के लिए सैन्य अभियान चलाना ठीक है.

पढ़ें : Ukraine war: क्रीमिया के जनमत संग्रह पर पश्चिम की कमजोर प्रतिक्रिया ने बड़े आक्रमण का रास्ता बनाया

टैन ने जोर देकर कहा कि ताइवान का प्रश्न चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों में नहीं उठाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ताइवान चीन का है ताइवान का प्रश्न पूरी तरह से एक आंतरिक चीनी मामला है जिसका पूरा संबंध चीन के मूल से जुड़ा है. टैन के अनुसार, चीन अमेरिका और ताइवान के बीच किसी भी आधिकारिक या सैन्य संपर्क के साथ-साथ संबंधों को बढ़ाने का जोरदार विरोध करता है. टैन ने कहा कि हम संयुक्त राज्य अमेरिका को अपनी इन हरकतों को रोकने और चीन का मुकाबला करने के लिए ताइवान का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह देते हैं.

पढ़ें : Imran Khan Controversy : 'गिलगित-बाल्टिस्तान पुलिस फोर्स की बदौलत बच रहे इमरान'

चीन ताइवान पर अपना दावा करता है, जो 240 लाख लोगों का एक स्वतंत्र द्वीप है. जहां लोकतंत्र है. चीन के दक्षिण-पूर्वी तट से 100 मील दूर होने के बावजूद दुनिया में अधिकांश उन्नत कंप्यूटर चिप्स ताइवान में ही बनते हैं. यह देखते हुए कि शी जिनपिंग ने कहा है कि वह अपने जीवनकाल के भीतर द्वीप पर नियंत्रण करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह चीन की स्थिति को एक महान शक्ति के रूप में बहाल करने की उनकी योजना के लिए भी महत्वपूर्ण है.

पढ़ें : भारत में अमेरिका के राजदूत के रूप में एरिक गार्सेटी की नियुक्ति से भारतीय अमेरिकी खुश
(एएनआई)

ABOUT THE AUTHOR

...view details