बफेलो (अमेरिका) : अमेरिका के बफेलो में एक सुपरमार्केट में 10 लोगों की गोली मारकर हत्या करने वाले 18 वर्षीय श्वेत हमलावर ने स्थानीय जनसांख्यिकी के बारे में काफी खोजबीन की थी. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हमलावर ज्यादा से ज्यादा अश्वेत लोगों को मौत के घाट उतारने के मकसद से क्षेत्र की रेकी करने के लिए एक दिन पहले ही वहां पहुंच गया था.
प्राधिकारियों के मुताबिक, नस्ली घृणा से प्रेरित यह हमला पुलिस द्वारा हमलावर को एक साल पहले स्कूल में गोलीबारी की धमकी देने को लेकर अस्पताल ले जाने के बाद हुआ है. पुलिस ने बताया कि उस समय हमलावर पर आरोप नहीं तय किए गए थे और डेढ़ दिन के भीतर उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. हालांकि, इससे सवाल खड़े होते हैं कि उसे हथियार कहां से मिले और क्या कानून प्रवर्तन अधिकारी उस पर करीबी नजर रख सकते थे.
बफेलो के पुलिस आयुक्त जोसेफ ग्रामाग्लिया ने बताया कि हमलावर पैटन गेंड्रोन का अस्पताल से निकलने के बाद कानून प्रवर्तन अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं रहा. इस हमले से टॉप्स फ्रेंडली मार्केट के आसपास मुख्यत: अश्वेत आबादी वाले इलाके में लोग शोक संतप्त और आक्रोशित हैं. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कैपिटल परिसर में 'नेशनल पीस ऑफिसर्स मेमोरियल' में कहा, 'हमें नफरत से निपटने के लिए एक साथ मिलकर काम करना होगा, जो अमेरिका की आत्मा पर एक दाग बना हुआ है.'
बाद में व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि राष्ट्रपति और प्रथम महिला जिल बाइडेन 'समुदाय के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए' मंगलवार को बफेलो जाएंगे. बफेलो हमला देश में हाल के दिनों में हुई गोलीबारी की कई घटनाओं में सबसे बड़ा है. वहीं, रविवार को ह्यूस्टन के एक बाजार और कैलिफोर्निया के एक गिरजाघर में हुई गोलीबारी की दो घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.