ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री के पद से किया बर्खास्त, जानिए वजह - जेम्स क्लेवरली
ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया गया है. दरअसल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ रहा था. बड़े कैबिनेट फेरबदल में जेम्स क्लेवरली को गृह मामलों के राज्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है. British PM Rishi Sunak sacks Suella Braverman, Suella Braverman.
लंदन:ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को भारतीय मूल की अपनी गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया. प्रधानमंत्री कार्यालय से यह सूचना मिली.
सुनक ने यह कदम मेट्रोपॉलिटन पुलिस को निशाना बनाने वाला एक विवादास्पद लेख प्रधानमंत्री की अनुमति के बिना एक अखबार में प्रकाशित होने के कुछ दिन बाद उठाया है. अखबार में विवादास्पद लेख के प्रकाशन के बाद से ही ब्रेवरमैन के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं.
ब्रेवरमैन की जगह 54 वर्षीय विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को गृह मंत्री बनाया गया है. क्लेवरली को उस दिन विदेश मंत्री के पद से हटना पड़ा है जिस दिन उनकी बातचीत पांच दिन की ब्रिटेन यात्रा पर पहुंचे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ होनी थी.
यह देखना शेष है कि संबंधित द्विपक्षीय बैठकें अब किस तरह की होंगी क्योंकि क्लेवरली की जगह पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अब नए विदेश मंत्री हैं. ब्रेवरमैन की बर्खास्तगी के बाद सुनक के मंत्रिमंडल में फेरबदल से कई आश्चर्य सामने आने की उम्मीद है.
अखबार 'द टाइम्स' में छपे एक लेख में ब्रेवरमैन ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस पर इजराइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद लंदन में होने वाले प्रदर्शनों से सख्ती से नहीं निपटने का आरोप लगाया था.
कंजर्वेटिव पार्टी के कई सदस्यों का था दबाव: गोवा मूल की 43 वर्षीय मंत्री की टिप्पणियों पर अकसर विवाद होता रहा है. भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक पर ब्रेवरमैन की टिप्पणियों को लेकर उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के कई सदस्यों का दबाव था और साथ में उन्हें विपक्ष के हमलों का भी सामना करना पड़ रहा था.
ब्रेवरमैन ने सप्ताहांत में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद रविवार शाम एक बयान में कहा, 'हमारे बहादुर पुलिस अधिकारी कल लंदन में प्रदर्शनकारियों की हिंसा और आक्रामकता तथा प्रदर्शनकारियों के विरोध में प्रदर्शन करने वालों से निपटने में अपनी पेशेवर क्षमता के लिए हर सभ्य नागरिक की ओर से धन्यवाद के पात्र हैं. अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान कई अधिकारियों के घायल होने से आक्रोश है.' हाला'कि, पुलिस के समर्थन में आया उनका यह बयान उनकी ओर से पद बचाने के प्रयास के तौर पर नजर आया.