सिडनी: प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत के बाद मीडिया को जारी बयान में प्रधानमंत्री अल्बनीज ने कहा कि बेंगलुरु में नए राजनयिक मिशन के खुलने से देश के व्यवसायों को भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र से जोड़ने में मदद मिलेगी.
इस महीने बेंगलुरु में महावाणिज्य दूतावास का उद्घाटन भारत में ऑस्ट्रेलिया का पांचवां राजनयिक मिशन होगा. इससे पहले नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में उसके महावाणिज्य दूतावास हैं. भारत के वर्तमान में सिडनी, मेलबर्न और पर्थ में तीन वाणिज्य दूतावास हैं. वर्तमान में ब्रिस्बेन में भारत का मानद वाणिज्य दूतावास है.
अल्बनीज ने कहा, ‘‘ ऑस्ट्रेलिया के राजनयिक ‘फुटप्रिंट’ को बेंगलुरु तक पहुंचाने से ऑस्ट्रेलियाई व्यवसायों को भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र से जोड़ने में मदद मिलेगी. विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हमारे बढ़ते संबंधों को मजबूत किया जाएगा.’’
प्रधानमंत्री अल्बनीज ने ब्रिस्बेन में महावाणिज्य दूतावास के लिए भारत की योजनाओं का भी स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिस्बेन में भारत के महावाणिज्य दूतावास की स्थापना में समर्थन के लिए ऑस्ट्रेलिया को धन्यवाद दिया.
जी-20 पर अल्बनीज ने कहा कि वह जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दोबारा भारत जाने को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे मंत्री जी20 चर्चाओं के लिए नियमित रूप से भारत की यात्रा कर रहे हैं.’’ दोनों नेताओं ने गतिशीलता, प्रवास और हरित हाइड्रोजन कार्यबल पर समझौता ज्ञापनों का भी आदान-प्रदान किया. अल्बनीज ने एक साल में कई बार मोदी के साथ हुई कई मुलाकातों का जिक्र करते हुए कहा कि यह घटनाक्रम ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच दोस्ती के बारे में बहुत कुछ कहता है.