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First Indian-American to lead Manhattan Federal District Court : मैनहट्टन फेडरल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का नेतृत्व करने वाले अरुण सुब्रमण्यन पहले भारतीय-अमेरिकी बने - Joe Biden

अरुण सुब्रमण्यन पहले भारतीय अमेरिकी होंगे जो मैनहट्टन फेडरल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का नेतृत्व करेंगे. एक कानून के जानकार के रूप में अरुण सुब्रमण्यन का काम उल्लेखनीय रहा है. अरुण की नियुक्ति अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने की.

First Indian-American to lead Manhattan Federal District Court
अरुण सुब्रमण्यन

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Published : Mar 8, 2023, 10:18 AM IST

वाशिंगटन :अटॉर्नी अरुण सुब्रमण्यन न्यूयॉर्क के मैनहट्टन संघीय जिला न्यायालय के न्यायाधीश बनने वाले पहले भारतीय अमेरिकी बने. सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी ने ट्विटर पर कहा कि सुब्रमण्यन नागरिक मुकदमेबाजी के हर पहलू से सीधे तौर पर जुड़े रहे हैं. उन्होंने संघीय न्यायपालिका के हर स्तर पर काम किया है. कमिटी ने ट्वीट किया कि न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले में अरुण सुब्रमण्यम इस पीठ में सेवा देने वाले पहले दक्षिण एशियाई न्यायाधीश भी हैं.

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इससे पहले, सितंबर 2022 में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए संयुक्त राज्य जिला न्यायालय के लिए सुब्रमण्यम के नामांकन की घोषणा की थी. व्हाइट हाउस के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रपति जो बाइडेन की घोषणा ने के बाद घोषित संघीय न्यायिक प्रत्याशियों की संख्या को 143 तक पहुंचा गई है. बयान में कहा गया है कि सुब्रमण्यन ने 2004 में कोलंबिया लॉ स्कूल से अपना ज्यूरिस डॉक्टर (जेडी) और 2001 में केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी से बीए किया.

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वह न्यूयॉर्क में सुजमैन गॉडफ्रे एलएलपी में भागीदार हैं जहां उन्होंने 2007 से काम किया है. अपने करियर में, अरुण ने धोखाधड़ी और अन्य अवैध आचरण के शिकार सार्वजनिक और निजी संस्थाओं के लिए एक बिलियन डॉलर से अधिक का सफलतापूर्वक भुगतान लिया है. इसके अलावा, अरुण सुब्रमण्यन ने 2006 से 2007 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति रूथ बेडर जिन्सबर्ग के लिए एक कानून क्लर्क के रूप में काम किया. भारतीय मूल के अटॉर्नी ने झूठे दावों के अधिनियम के मामलों में सार्वजनिक संस्थाओं, बाल पोर्नोग्राफी में तस्करी के शिकार लोगों, उपभोक्ताओं और अनुचित तरीकों से घायल व्यक्तियों का मामला उठाया है.

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अरुण के बारे में कहा जाता है कि वह अदालत के बाहर भी कई कानूनी मामलों में समाज के लोगों की नि:शुल्क मदद करते हैं. उन्होंने दूसरे सर्किट के लिए यूनाइटेड स्टेट्स कोर्ट ऑफ अपील्स के नि:शुल्क पैनल में वर्षों तक सेवा प्रदान की है. अरुण सुब्रमण्यन वर्तमान में सुसमान गॉडफ्रे की 2022 प्रो बोनो कमेटी के अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं. साथ ही वह कोलंबिया लॉ रिव्यू के एक लंबे समय के निदेशक भी हैं. कोलंबिया लॉ रिव्यू देश की पूर्व-प्रतिष्ठित कानूनी पत्रिकाओं में से एक है.

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(एएनआई)

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