सियोल : दक्षिण कोरिया में परमाणु हथियारों से लैस बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ एक पनडुब्बी के पहुंचने के बाद उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव बढ़ गया है. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया के अनुसार, उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्री ने गुरुवार को संयुक्त राज्य अमेरिका को चेतावनी दी है कि दक्षिण कोरिया में परमाणु संपत्तियों की तैनाती उसके परमाणु हथियारों के उपयोग की शर्तों को पूरा कर सकती है.
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने गुरुवार को रिपोर्ट की गई कांग सुन नाम की टिप्पणी जारी की है. इसके जवाब में दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया को चेतावनी दी है कि उसकी ओर से की गई परमाणू हमले की कोई भी कोशिश किम जोंग उन के नेतृत्व वाले शासन का 'अंत' साबित होगा.
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, मंत्रालय ने उत्तर कोरिया के 'निरंतर परमाणु और मिसाइल खतरों' के खिलाफ 'सही' रक्षात्मक उपाय के रूप में एनसीजी सभा और एसएसबीएन की तैनाती का बचाव किया. उन्होंने उत्तर कोरिया के इस दावे को खारिज कर दिया कि दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के लिए परमाणु खतरा पैदा किया है.
इसने यह भी कहा कि प्योंगयांग का परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का 'स्पष्ट' उल्लंघन हैं. मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन उत्तर कोरिया के परमाणु विकास और धमकियों से घबरायेगा नहीं. बयान में कहा गया है कि हम उनसे आग्रह करते हैं कि वह अपनी स्थिति को पहचाने. उनके यहां गरीबी बढ़ रही है. उन्हें तेजी से परमाणु निरस्त्रीकरण के रास्ते पर आ जाना चाहिए. ताकि वह अपने नागरिकों का ध्यान रख सके.
दशकों बाद पहली बार अमेरिका ने इस सप्ताह दक्षिण कोरिया में परमाणु हथियारों से लैस बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ एक पनडुब्बी भेजी है. जिसके बाद कांग की प्रतिक्रिया सामने आयी है. उन्होंने एक बयान में अपने देश को उसके आधिकारिक नाम, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) से संदर्भित किया. उन्होंने कहा कि रणनीतिक परमाणु पनडुब्बी और अन्य रणनीतिक संपत्तियों की तैनाती की बढ़ती दृश्यता डीपीआरके कानून में निर्दिष्ट परमाणु हथियारों के उपयोग की शर्तों के तहत आ सकती है.