पेरिस :दुनिया में कोविड-19 महामारी के टीकाकरण कार्यक्रम में विश्व के अमीर और गरीब देशों के बीच अंतर साफ तौर पर देखा जा सकता है. वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में जहां एक ओर कोविड-19 रोधी टीके की खुराकों की कोई कमी नहीं है, तो वहीं उसके पड़ोसी हैती को कई महीनों के आश्वासन के बाद 15 जुलाई को टीके की केवल पांच लाख खुराक ही मिली है.
हैती की आबादी 1.1 करोड़ से अधिक है. कनाडा ने टीकाकरण के लिए अपने प्रत्येक नागरिक के लिए टीके की 10 से अधिक खुराक खरीद रखी हैं, जबकि अफ्रीकी देश सिएरा लियोन में 20 जून तक केवल एक प्रतिशत आबादी को ही टीका लग पाया है.
टीके हासिल करने के लिए अफ्रीकी संघ के दूत स्ट्राइव मासीवा ने कहा कि यह एक अकाल की तरह है. जिसमें सबसे अमीर लोग खाने-पीने की चीजें अपने नियंत्रण में रख लेते हैं.
कोविड-19 के टीके हासिल और वितरित करने के कार्यों में शामिल यूरोपीय और अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि विश्व स्तर पर स्थिति को कैसे संभालना है, इस बारे में कोई विचार नहीं था. इन अधिकारियों का कहना है कि इसके पीछे और भी कई कारण है.