सिडनी : ऑस्ट्रेलिया में जुलाई 2021 में नेशनल ब्रॉडबैंड नेटवर्क (एनबीएन) पर सक्रिय 82 लाख घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं में से 77 प्रतिशत का कहना है कि वे फिलहाल कम से कम 50 मेगाबाइट प्रति सेकेंड (एमबीपीएस) ब्रॉडबैंड प्लान का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इंटरनेट की यह गति सामान्य घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिये पर्याप्त है, जिनमें वीडियो स्ट्रीमिंग, वीडियो कॉन्फ्रेंस, गेम खेलने और अन्य सामान्य इस्तेमाल शामिल हैं. नेटफ्लिक्स पर अच्छी गुणवत्ता में वीडियो देखने में 3 एमबीपीएस और बहुत अच्छी गुणवत्ता की वीडियो देखने में 12 एमबीपीएस इंटरनेट इस्तेमाल होता है. वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंस में 2 से 3 एमबीपीएस और गेम खेलने में एक एमबीपीएस से कम डेटा खर्च होता है.
ऐसे में सवाल उठता है कि हमारा इंटरनेट रुक-रुककर क्यों चलता है. वीडियो, गेम और टेलीकॉन्फ्रेंस बंद क्यों हो जाती है? दरअसल, दिक्कत इंटरनेट की गति में नहीं है बल्कि इसमें होने वाली विलंबता और गति का टूटना से होती है, जिसका इंटरनेट सेवा प्रदाता की ओर से प्रदान की जा रही गति से कोई संबंध नहीं होता.
बीते तीन दशक से हम एमबीपीएस के हिसाब से ब्रॉडबैंड को समझते आए हैं. यह तब तक तो सही था जब हम डायल अप इंटरनेट का इस्तेमाल करते थे, जिसमें एक वेब पेज खुलने में कई सेकेंड लगा करते थे. तब आलम यह था कि डिजिटल सब्सक्राइबर लाइनों (डीएसएल) पर एक समय में एक से अधिक वीडियो भी नहीं चल पाती थीं.
लेकिन ब्राडबैंड फोरम और अन्य के अध्ययनों में पता चला है कि इंटरनेट की स्पीड 100 एमबीपीएस या उससे अधिक होने पर भी उपभोक्ताओं को इसका पता नहीं चल पाता.